सीएम के भाषण को लेकर उलझे रहे
कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों ने आपत्ति जताई तो जिला प्रशासन के मुखिया से लेकर आयोजन से जुड़े छोटे-छोटे अधिकारी भी सीएम के भाषण को लेकर उलझे रहे। खूब कोशिशें हुईं लेकिन स्क्रीन से 7 बजे के पहले न तो पीएम का चेहरा ओझल हुआ और न ही सीएम कमलनाथ की झलक दिखाई या आवाज सुनाई दी। उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में सुबह 6 बजे से हलचल थी।
सुबह 6.30 से कार्यक्रम शुरू होना था। 6.42 पर आयोजक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मप्र गान शुरू करा दिया। इस वक्त तक विधायक शशांक भार्गव और नपाध्यक्ष मुकेश टंडन आ चुके थे, लेकिन कलेक्टर कौशलेन्द्र सिंह नहीं आ सके थे। मप्र गान शुरू होते ही कलेक्टर का आना हुआ और वे कुछ दूर ही रुक गए। उन्होंने जिला शिक्षाधिकारी पर नाराजगी भी जताई।
कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री का संदेश सुनने के लिए एलईडी लगाई गई थी, लेकिन 6.45 बजे उस पर मुख्यमंत्री कमलनाथ की जगह प्रधानमंत्री मोदी का संदेश आने लगा। कुछ देर तक सब देखते रहे, लेकिन फिर कांग्रेसी नेताओं की ओर से आपत्ति आई कि पीएम का क्यों? सीएम का संदेश क्यों नहीं दिखाया जा रहा।
योगाभ्यास शुरू किया
इस पर कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, एसडीएम, तहसीलदार, डीईओ, उत्कृष्ट प्राचार्य सभी हरकत में आए और सीएम का भाषण क्यों नहीं आ रहा इसमें उलझ गए। बाद मेंं कुछ अधिकारियों ने अन्य जिलों में पता किया तो वहां भी सीएम का संदेश प्रसारित न हो पाने की जानकारी मिली। इसके बाद सभी ने योगाभ्यास शुरू किया।
आना तो था, लेकिन संदेश आया नहीं
जिला शिक्षाधिकारी अतुल मुदगल ने बताया कि लोक शिक्षण संचालनालय से 19 जून की शाम आदेश जारी हुए थे, जिसमें कहा गया था कि 6.45 बजे से 7 बजे तक भोपाल दूरदर्शन से मुख्यमंत्री का संदेश प्रसारित होगा। इसके लिए पूरी तैयारी भी हमने कर लीं थीं, टीवी स्क्रीन लगा दी गई थी। लेकिन पूरे समय इंतजार के बाद पता चला कि मुख्यमंत्री का संदेश प्रसारित हुआ ही नहीं।
सभी वर्गों के लोग हुए शामिल
योग दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम में विधायक शशांक भार्गव, नपाध्यक्ष मुकेश टंडन सहित अनेक नेता, अधिकारी, कर्मचारी, योगाभ्यासी, विद्यार्थी बड़ी संख्या में शामिल हुए। महिला और पुरुष योग शिक्षकों ने योगाभ्यास की क्रियाएं कराईं, जिनका अनुसरण सभी ने किया।