नगर में पॉलीथिन रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने वाले विभाग नगरपालिका की सजगता का आलम यह है कि उससे महज 100 कदम की दूरी पर स्थित सब्जी मंडी में प्रतिदिन सब्जी और फल विक्रेता खुलेआम पॉलीथिन का उपयोग कर रहे हैं। नागरिकों को पॉलीथिन में ही सब्जी और फल आदि बेचने का काम धड़ल्ले से किया जा रहा है और नपा इनके खिलाफ कोई कार्रवाई करती नजर नहीं आ रही है।
शहर के जूस सेंटरों, चाय-नाश्ता की दुकानों आदि पर धड़ल्ले से सिंगल यूज स्ट्रा, चम्मच, डिस्पोजल, प्लेट आदि का उपयोग किया जा रहा है। वहीं नाश्ता आदि की दुकानों पर भी पॉलीथिन में खाद्य सामग्री दी जा रही है। लेकिन इस पर रोक लगाने में प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है।
मालूम हो कि प्रशासन जहां पॉलीथिन और सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाने में जहां नाकाम साबित हो रहा है। वहीं कई समाजसेवी संगठन और जागरुक नागरिक लोगों को पॉलीथिन और सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग से होने वाले दुष्परिणामों से अवगत करा रहे हैं। इनके द्वारा कार्यक्रम आदि आयोजित कर नागरिकों को निशुल्क कपड़े के छोटे-बड़े झोले दिए जा रहे हैं। वहीं यह समाजसेवी गली-मोहल्लों में जाकर पॉलीथिन भी बटोरकर एकत्रित कर रहे हैं।
इन पॉलीथिन और डिस्पोजल के कारण शहर की अधिकांश नाले और नालियां अवरुद्ध हो रहे हैं। नपाकर्मियों को इनकी साफ-सफाई करने में भी दिक्कत होती है। शहर से निकलने वाले कचड़े में अधिकांश हिस्सा पॉलीथिन का ही रहता है।
पॉलीथिन और सिंगल यूज प्लास्टिक लोगों के लिए काफी हानिकारक है। हमें इसके दुष्परिणामों को समझते हुए इनका उपयोग बंद करना होगा। इसके लिए जब भी बाजार जाएं, तो घर से कपड़े का थैला लेकर जाएं। वहीं प्रशासन को भी इस मामले में सख्ती बरतनी चाहिए। तभी पॉलीथिन और सिंगलयूज प्लास्टिक पर पूरी तरह रोक लग सकती है।
– रीना बंशीबाल, समाजसेवी
– प्रवीण प्रजापति, एसडीएम, विदिशा