प्राकृतिक स्वीमिंग पूल के रूप साबित हुआ
मालूम हो कि बेतवा में रंगई पुल के पास करीब सवा सौ वर्ष पूर्व रेलवे की जलापूर्ति के लिए यह बांध निर्मित किया था। यह बांध स्थल प्राकृतिक स्वीमिंग पूल के रूप साबित हुआ और शहर में पूर्व वित्तमंत्री राघवजी सहित वर्तमान विधायक शशांक भार्गव सहित शहर के अधिकांश प्रतिष्ठित लोग बचपन में यहीं तैरना सीखे।
सिर्फ स्मृति शेष रह गई थी
राघवजी ने अपने कार्यकाल में यहां घाटा का निर्माण भी कराया और इसे रंगई बंधा घाट की पहचान मिली। यहां तैराकी प्रतियोगिताएं भी आयोजित होती आई, लेकिन पिछले कुछ वर्ष से यह रंगई बंधा क्षतिग्रस्त हो जाने से बंधा की सिर्फ स्मृति शेष रह गई थी।
सीएमओ ने रेलवे को पत्र लिखा
पत्रिका ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया तो सीएमओ ने रेलवे को पत्र लिखा था। पुरानी धरोहर होने, तैरने की एकमात्र व्यवस्था भंग होने एवं नागरिकों के भावनात्मक जुड़ाव का हवाला देते हुए सीएमओ ने इसे पुनर्जीवित किए जाने का अनुरोध अपने पत्र में किया था।
आठ माह में तैयार होगा बंधा
इस संबंध में एडीआरएम रणवीरसिंह राजपूत ने बताया कि इस कार्य के लिए टैंडर किए जा चुके हैं। इस कार्य पर करीब 70 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। बारिश में कार्य नहीं हो पाएगा लेकिन आगामी आठ माह में यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसे पूर्व की तरह बेहतर स्वरूप मिलेगा।