बीएमओ डॉ. प्रमोद दीवान ने बताया कि 22 तारीख के बाद जो भी लोग बाहर से सिरोंज क्षेत्र में आए हैं उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होने बताया कि बाहर के शहर में नौकरी करने वाले,पढऩे वाले या कोई अन्य कार्य से बाहर गए हुए थे। अगर वे 22 तारीख के बाद सिरोंज आए हैं, तो उनकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा ली जा रही है। इन लोगों की जांच स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा की जा रही है। वहीं ग्रामीण इलाकों में भी इसी तरह का सर्वे किया जा रहा है। एएनएम एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को एक-एक वार्ड की जवाबदारी दी गई है।
सर्वे कर रही आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि संबंधित के घर पूछताछ करने के साथ ही आसपास में रहने वाले लोगों से भी जानकारी ली जाती है कि मोहल्ले के किस घर में कौन व्यक्ति बाहर से आया हुआ है। इस जानकारी का उद्देश्य कोरोना वायरस के संक्रमण से जुड़े लोगों पर निगाह रखना है। जिससे कि समय पर उनका उपचार हो सके और इस वायरस को फैलने से रोका जा सके।
4959 लोगों की हो चुकी है जांच
बीएमओ डॉ. प्रमोद दीवान ने बताया कि अभी तक 4 हजार 959 लोगों की जांच हो चुकी है। जिसमें कोविड 19 की 45 की जांच हुई है। 1 की रिर्पोट पॉजिटिव आई थी। इसके अलावा ग्राम पामाखेड़ी में इंदौर से आए एक युवक को भी होम क्वारंटाइन कर दिया है। ग्राम मल्सीपुर निवासी एक व्यक्ति महराष्ट्र से आया था। उसे जिला अस्पाताल भेज दिया गया है।
बीएमओ डॉ. प्रमोद दीवान ने बताया कि अभी तक 4 हजार 959 लोगों की जांच हो चुकी है। जिसमें कोविड 19 की 45 की जांच हुई है। 1 की रिर्पोट पॉजिटिव आई थी। इसके अलावा ग्राम पामाखेड़ी में इंदौर से आए एक युवक को भी होम क्वारंटाइन कर दिया है। ग्राम मल्सीपुर निवासी एक व्यक्ति महराष्ट्र से आया था। उसे जिला अस्पाताल भेज दिया गया है।