यहां ग्राम जंबार से अपनी धान लेकर आए किसान कैलाश लोधी की धान के सर्वाधिक दाम 2401 रुपए लगे, लेकिन किसान अपनी धान बेंचने को तैयार नहीं हुआ। कैलाश का कहना है कि उसकी यह धान तीन दिन पूर्व मंडी में 2535 रुपए की बिकी है।
जबकि वह धान हार्वेस्टर से निकली हुई थी और यहां जो धान उन्होंने हाथों से साफ करके लाए हैं। उसका कहना था कि इसका दाम २५०० से अधिक है। किराए की ट्रॉली में धान लाए फिर भी वे इसे वापस ले जाएंगे। किसान ने धान की नीलाम पर्ची निरस्त करा दी। मंडी कर्मचारियों के अनुसार मंगलवार को धान के दाम 1400 से 2140 रुपए तक रहे।
इनमें कुछ किसानों ने अपनी नीलाम निरस्त कराई लेकिन इनमें से कुछ किसानों ने दोबारा नीलामी में ट्राली लगाकर धान बेंची है। सिर्फ दो घंटे नीलाम कार्य नई मंडी में धान की नीलामी की व्यवस्था की गई है, लेकिन नीलाम का समय सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक ही रखा है।
किसानों का कहना है कि सिर्फ दो घंटे नीलाम कार्य होने से दोपहर में आने वाले किसानों को रात रुकने की स्थिति बनेंगी और परेशान होना पड़ेगा। धान खरीदी में कई दिक्कतें इधर अनाज तिलहन व्यापार संघ के अध्यक्ष राधेश्याम माहेश्वरी का कहना है कि धान की मिलों से मांग नहीं होने के कारण धान के दाम में उठाव नहीं है।
पहले एनइएफटी एवं चैक आदि की सुविधा थी लेकिन अब व्यापारी को नकद राशि में ही किसान की उपज खरीदना है। वहीं बैँक से भी पर्याप्त राशि नहीं मिल पा रही। इन सभी स्थितियों के रहते धान खरीदी में इस तरह की नौबत बनी है।