मालूम हो की मेडिकल कॉलेज की मान्यता को लेकर पिछले दिनों स्वास्थ्य आयुक्त, कमिश्नर मेडिकल एजुकेशन ने भी मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था। वहीं जिला प्रशासन के अधिकारी भी समय-समय पर कॉलेज व जिला अस्पताल का निरीक्षण कर मान्यता में आ रही कमियों को दूर कराने का प्रयास कर रहे हैं।
वहीं शुक्रवार को सुबह मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की तीन सदस्यीय टीम डॉ. सीवी मोहंती, डॉ. वीएम मोहंंती एवं डॉ. दीप्ती मेहता मेडिकल कॉलेज भवन पहुंचे और निरीक्षण किया। यहां से टीम के सदस्य डॉ. सीवीके मोहंती जिला अस्पताल पहुंचे और अस्पताल का निरीक्षण किया।
ओपीडी, सर्जरी व स्टॉफ की ली जानकारी
इस दौरान डॉ. मोहंती ने जिला अस्पताल में स्टॉफ, ओपीडी के मरीज, भर्ती मरीज, सर्जरी आदि की जानकारी ली। उन्होंने इमरजेंसी कक्ष, एक्सरे कक्ष, सर्जिकल वर्न वार्ड , सर्जिकल के प्राइवेट वार्ड, ओटी, प्रसूति वार्ड, आर्थोपेडिक वार्ड, मेन ओटी, मेडिकल वार्ड, नेत्र रोग विभाग आदि मेें पहुंचे और स्थितियां देखी।
कुछ वार्डों में उन्होंने रजिस्टर भी देखे और मरीजों की जानकारी ली। उन्होंने जिला परिसर स्थित आयुष विंग के ऊपर हॉल में भर्ती मरीजों की स्थिति भी देखी। करीब दो घंटे चले इस निरीक्षण के दौरान वे मुस्कराते रहे और बहुत कम बोले। इस दौरान एसडीएम रविशंकर राय, सिविल सर्जन डॉ. संजय खरे व जिला अस्पताल के व्यवस्था संबंधी अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।
रातों रात आया व्यवस्था में बदलाव
टीम आने से पहले ही जिला अस्पताल की व्यवस्था को दुरुस्त करने प्रयास गुरुवार की रात से ही शुरू हो गए थे। रात में जिला पंचायत के सीईओ डॉ. पंकज जैन, एसडीएम रविशंकर राय जिला अस्पताल में रहे और व्यवस्थाओं को दुरूस्त कराया। सुबह पूरा नजरा बदला हुआ था।
कक्षों की पहचान दिलाने के लिए कक्ष की दीवार पर सूचना चस्पा थी। रोज इमरजेंसी कक्ष लिखा दिखने वाले कमरे में ट्रामा सेंटर का बैनर लगा था। मरीज से अधिक डॉक्टरों की मौजूदगी दिखाई दी। सभी चिकित्सक व स्टॉफ डे्रस कोड में रहे।
-निरीक्षण काफी अच्छा रहा। पूरे अस्पताल में जो कमियां थीं वह सभी सुधर गई हैं। अब पूरी उम्मीद है कि रिपोर्ट फेवर में रहेगी। इसी वर्ष से कॉलेज में एडमीशन हो सकेंगे। -डॉ, डीके पाल, डीन मेडिकल कॉलेज