इसके जवाब में मंत्री ने एमएलए का मतलब‘मेंबर आॅफ लेजिस्टिक आॅफ एडमिनिस्ट्रेशन’ बताया जबकि सही फुल फॉर्म ‘मेंबर आॅफ लेजिस्लेटिव असेंबली’ होता है। मीणा से सिर्फ गलती नहीं हुई। उन्होंने स्कूल में बच्चों के बीच सीएम शिवराजसिंह चौहान को साढ़े छह करोड़ बच्चों का भांजा कह दिया। गलती का अहसास हुआ तो शिवराज को मामा और बच्चों को भांजा बताया।
मिल बांचें कार्यक्रम के दौरान शनिवार को स्कूलों में कई अफसर पहुंच नहीं पाए, कुछ देरी से पहुंचे। जो पहुंचे उन्होंने कोई न कोई किस्सा सुनाकर बच्चों को लक्ष्य तक पहुंचने और सफलता पाने के गुर बताए।
इससे पहले भोपाल में मिल-बांचे कार्यक्रम के तहत मध्यप्रदेश के सीएम शिवराजसिंह चौहान ने प्रदेश भर के नेताओं, मंत्रियों व अफसरों को सरकारी स्कूल में कक्षा 1 का पहला पीरियड लेने के निर्देश दिए थे। इसी की तहत शनिवार को सीएम शिवराजसिंह ने एमएसीटी कैम्पस के सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाया।
सीएम ने ऐसे पढ़ाया बच्चों को…
1. गणित पढ़ाया: इस दौरान सुबह करीब 10 बजे सीएम ने क्लास लेनी शुरू की, जहां वे मास्टर की तरह क्लास में दिखे। यहां उन्होंने बच्चों को जोड़ घटाना सीखाया। बच्चों को यहां 4122 में से 3215 को घटाने पर कितना बचा यह पूछाा। पहले छात्र द्वारा गलत जबाब दिए जाने पर दूसरे छात्र को बुलाया। सवाल का सही जवाब देने वाले बच्चे को शाबाशाी दी।
1. गणित पढ़ाया: इस दौरान सुबह करीब 10 बजे सीएम ने क्लास लेनी शुरू की, जहां वे मास्टर की तरह क्लास में दिखे। यहां उन्होंने बच्चों को जोड़ घटाना सीखाया। बच्चों को यहां 4122 में से 3215 को घटाने पर कितना बचा यह पूछाा। पहले छात्र द्वारा गलत जबाब दिए जाने पर दूसरे छात्र को बुलाया। सवाल का सही जवाब देने वाले बच्चे को शाबाशाी दी।
2. पर्यावरण की क्लास : इसके बाद करीब 10:40 बजे सीएम ने बच्चों को पर्यावरण का पाठ पढ़ाया। इस दौरान सीएम ने बच्चों को बताया कि धरती का तापमान नहीं बढ़ना चाहिए। वहीं पर्यावरण प्रदूषण से होने वाले खतरों के बारे में भी छात्रों को जानकारी दी।
इसके बाद नसरुल्लागंज पहुंंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ” मिल बॉचे मध्यप्रदेश” कार्यक्रम के तहत सीहोर जिले के दूरस्थ अंचल में बसे गांव नयापुरा में स्कूली बच्चों की बालसभा में भाग लिया। नयापुरा गांव तथा आसपास के गांवों के स्कूलों से आए बच्चों के बीच मुख्यमंत्री ने एक घंटे से अधिक समय बिताया। इस सभा में करीब सवा तीन सौ बालक-बालिकाएं शामिल हुए। प्रारंभ में मुख्यमंत्री को बच्चों ने तुलसी का पौधा भेंट किया।
तुलसी के पौधे को मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री आवास परिसर में लगाने के लिए साथ आये अधिकारियों से कहा। बच्चों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में पर्यावरण को सुरक्षित रखना बहुत जरूरी है। प्रत्येक बच्चा हर वर्ष अपने घर में, आसपास एक पेड जरूर लगाए और उसकी सुरक्षा भी करें।