राजीवनगर निवासी मोहन यादव ने बताया कि विगत कुछ महीने से नपा के नल से जो पानी आ रहा है उसका पानी इतना मठमेला और दूषित रहता है कि इस पानी को पीना तो दूर उपयोग भी नहीं कर पाते हैं। उन्होंने बताया कि एक बाल्टी पानी भरकर रखने पर गंदगी की परत उस पर नजर आने लगती है। ऐसी स्थिति में प्रतिदिन हैंडपंप से पानी भरकर लाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि यह स्थिति क्षेत्र के कई लोगों के साथ है। इसी प्रकार किलेअंदर क्षेत्र के कई घरों में भी दूषित पानी आने से रहवासी परेशान हैं, वे इस पानी का उपयोग पीने के लिए नहीं करते हैं सिर्फ घरेलू उपयोग में करते हैं और पीने के लिए हैंडपंप से पानी भरकर लाते हैं। इसी प्रकार हाजीबली तालाब क्षेत्र सहित शहर के कई क्षेत्रों में दूषित पानी नलों से आने से नागरिक परेशान हैं।
नपा अधिकारी नहीं ढूंढ पा रहे फाल्ट
दुर्गानगर क्षेत्र के कई घरों में विगत एक हफ्ते से अधिक समय से नल नहीं आ रहे हैं। यहां के नागरिकों ने बताया कि नपा के नलों से पानी नहीं आने के कारण वे खासे परेशान हैं। वार्ड-27 पार्षद पति अविनाश सनेहा ने बताया कि वे स्वयं इस संबंध में नपा अधिकारियों और ठेकेदार को बता चुके हैं और मौके पर अधिकारी पहुंचे भी, लेकिन वे आठ दिन बाद भी फाल्ट ही नहीं ढूंढ पाए कि किस कारण इस क्षेत्र में पानी नहीं आ रहा है। इसी तरह बक्सरिया मोहल्ले में शुभम सक्सेना ने बताया कि करीब चार माह से उनके घर में नल से पानी नहीं आ रहा। यह स्थिति यहां के करीब दो दर्जन से अधिक घरों की है। मौके पर एई आदि निरीक्षण कर चुके, लेकिन समस्या का हल महीनों बाद भी नहीं हो सका। यही स्थिति शहर में कई क्षेत्रों में बनी हुई है और अधिकारी फाल्ट ही नहीं ढूंढ पाते हैं।
दुर्गानगर क्षेत्र के कई घरों में विगत एक हफ्ते से अधिक समय से नल नहीं आ रहे हैं। यहां के नागरिकों ने बताया कि नपा के नलों से पानी नहीं आने के कारण वे खासे परेशान हैं। वार्ड-27 पार्षद पति अविनाश सनेहा ने बताया कि वे स्वयं इस संबंध में नपा अधिकारियों और ठेकेदार को बता चुके हैं और मौके पर अधिकारी पहुंचे भी, लेकिन वे आठ दिन बाद भी फाल्ट ही नहीं ढूंढ पाए कि किस कारण इस क्षेत्र में पानी नहीं आ रहा है। इसी तरह बक्सरिया मोहल्ले में शुभम सक्सेना ने बताया कि करीब चार माह से उनके घर में नल से पानी नहीं आ रहा। यह स्थिति यहां के करीब दो दर्जन से अधिक घरों की है। मौके पर एई आदि निरीक्षण कर चुके, लेकिन समस्या का हल महीनों बाद भी नहीं हो सका। यही स्थिति शहर में कई क्षेत्रों में बनी हुई है और अधिकारी फाल्ट ही नहीं ढूंढ पाते हैं।
रोजाना फूट रही पाइप लाइन
नपा द्वारा जगह-जगह पानी की नई पाइप लाइन तो डाली जा रही है, लेकिन घटिया स्तर का कार्य होने के कारण यह जगह-जगह फूट रही है। आरएमपी नगर, टीलाखेड़ी और द्वारकापुरी कॉलोनी आदि क्षेत्रों में तो स्थिति यह है कि पाइप लाइन डलने के डेढ़-दो महीने बाद ही पाइप लाइन जगह-जगह से फूट गई है। ऐसे में नल आने पर प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है।
नपा द्वारा जगह-जगह पानी की नई पाइप लाइन तो डाली जा रही है, लेकिन घटिया स्तर का कार्य होने के कारण यह जगह-जगह फूट रही है। आरएमपी नगर, टीलाखेड़ी और द्वारकापुरी कॉलोनी आदि क्षेत्रों में तो स्थिति यह है कि पाइप लाइन डलने के डेढ़-दो महीने बाद ही पाइप लाइन जगह-जगह से फूट गई है। ऐसे में नल आने पर प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है।
कम प्रेशर भी बनी समस्या
बरईपुरा, तिलकचौक, बड़ाबाजार, बक्सरिया, चौपड़ा, डंडापुरा, हरिपुरा सहित शहर के कई क्षेत्रों में कई घरों में नल तो आते हैं, लेकिन धीमी गति से नल आने के कारण घर का पूरा पानी ही नहीं भरा पाता है।
बरईपुरा, तिलकचौक, बड़ाबाजार, बक्सरिया, चौपड़ा, डंडापुरा, हरिपुरा सहित शहर के कई क्षेत्रों में कई घरों में नल तो आते हैं, लेकिन धीमी गति से नल आने के कारण घर का पूरा पानी ही नहीं भरा पाता है।
सिर्फ पांच मिनट आए नल
बक्सरिया सहित किलेअंदर क्षेत्र में सुबह साढ़े आठ बजे नल जैसे ही आए, तो लोग बर्तन लेकर नलों के पास दौड़े, लेकिन महज पांच मिनिट बाद ही नल चले गए, तो कुछ देर तक लोग नल दोबारा आने का इंतजार करते रहे। लेकिन करीब 20 मिनिट बाद नल आए और फिर दोबारा भी महज पांच ही मिनिट चले। ऐसे में लोग नलों के पास बाल्टी, डिब्बा आदि लेकर बैठे रहे और उनका पानी ही नहीं भरा पाया और उन्हें हैंडपंपों से पानी भरना पड़ा।
बक्सरिया सहित किलेअंदर क्षेत्र में सुबह साढ़े आठ बजे नल जैसे ही आए, तो लोग बर्तन लेकर नलों के पास दौड़े, लेकिन महज पांच मिनिट बाद ही नल चले गए, तो कुछ देर तक लोग नल दोबारा आने का इंतजार करते रहे। लेकिन करीब 20 मिनिट बाद नल आए और फिर दोबारा भी महज पांच ही मिनिट चले। ऐसे में लोग नलों के पास बाल्टी, डिब्बा आदि लेकर बैठे रहे और उनका पानी ही नहीं भरा पाया और उन्हें हैंडपंपों से पानी भरना पड़ा।
राजीवनगर आदि क्षेत्रों में जहां भी दूषित पानी आ रहा है, इसकी जांच के लिए जल प्रभारी एई को बुधवार को भेजा गया है। जो भी समस्या होगी उसका निराकरण करवाया जाएगा, जिससे नागरिकों को शुद्ध और पर्याप्त पानी मिल सके।
-सुधीर सिंह, सीएमओ, विदिशा
-सुधीर सिंह, सीएमओ, विदिशा