scriptसिलाकारी बोले-मैं इतना नहीं गिर सकता, निशंक का जवाब-मुझे कोई एक गाली देगा तो मैं दो दूंगा, निशंक का जवाब-मुझे कोई एक गाली देगा तो मैं दो दूंगा | Nishank's answer - If someone abuses me, I will give two | Patrika News

सिलाकारी बोले-मैं इतना नहीं गिर सकता, निशंक का जवाब-मुझे कोई एक गाली देगा तो मैं दो दूंगा, निशंक का जवाब-मुझे कोई एक गाली देगा तो मैं दो दूंगा

locationविदिशाPublished: Jul 23, 2021 10:07:57 pm

Submitted by:

govind saxena

वरिष्ठ कांग्रेसियों को मंच पर लाकर दिखाया कांग्रेस का समन्वय

सिलाकारी बोले-मैं इतना नहीं गिर सकता, निशंक का जवाब-मुझे कोई एक गाली देगा तो मैं दो दूंगा, निशंक का जवाब-मुझे कोई एक गाली देगा तो मैं दो दूंगा

सिलाकारी बोले-मैं इतना नहीं गिर सकता, निशंक का जवाब-मुझे कोई एक गाली देगा तो मैं दो दूंगा, निशंक का जवाब-मुझे कोई एक गाली देगा तो मैं दो दूंगा

विदिशा. गांधी जी के जमाने की कांग्रेस गई। अब नए जमाने और तौर तरीकों की कांग्रेस है। गांधी जी कहते थे कि कोई तुम्हारे गाल पर एक चांटा मारे तो उसके सामने दूसरा गाल कर दो। लेकिन कांग्रेस के नए जिलाध्यक्ष की सोच ही अलग है, वे कहते हैं कि मुझे कोई एक गाली देगा तो मैं उसे दो गाली दूंगा। यह बात नवनियुक्त जिलाध्यक्ष ने पत्रकारवार्ता में तब कही, जब निवृतमान जिलाध्यक्ष कमल सिलाकारी ने अमर्यादित भाषा और बोलचाल के गिरते स्तर से क्षुब्ध होकर अध्यक्ष पद से इस्तीफे की बात कही।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष बनने के बाद निशंक जैन पहली बार विदिशा आए तो यह बताने से नहीं चूके कि उनके साथ सभी वरिष्ठों का हाथ है। वे अपने साथ पूर्व सांसद प्रतापभानु शर्मा, पूर्व विधायक डॉ. मेहताब सिंह यादव, विधायक शशांक भार्गव और निवृतमान अध्यक्ष कमल सिलकारी के साथ प्र्रेस से रूबरू हुए। बाद में वे अलग-अलग नेताओं के घर भी पहुंचे और सबका सहयोग मांगा। लेकिन इस मौके पर निशंक अपने ही अंदाज में नजर आए और बातों बातों में ही अपने मिजाज का भी कांग्रेसियों को अहसास करा दिया।
मुझे ये सब मंजूर नहीं-सिलाकारी
जब निवृतमान अध्यक्ष कमल सिलाकारी से उनके त्यागपत्र के बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि ये स्वभाव का मामला है। वर्तमान में जो राजनीतिक स्तर चल रहा है मैं उसमें खुद को फिट नहीं पा रहा था। भाषा शैली में बहुत गिरावट आई है। मैं पुराने संस्कारों का हंू और मुझे ये सब मंजूर नहीं। ऐसे में मैं अपने आप को असहज महसूस कर रहा था। आजकल जिस स्तर की भाषाशैली इस्तेमाल हो रही है मर्यादा में लोग गिर रहे हैं मैं इतना नहीं गिर सकता।
उम्र की मर्यादा होती है-निशंक
नवनियुक्त कांग्रेस जिलाध्यक्ष निशंक जैन ने निवृतमान अध्यक्ष सिलाकारी की बात पर कहा कि उम्र की मर्यादा और व्यक्ति के व्यवहार की अलग-अलग प्रकृति होती है। मैं तो उनमें से हूं कि कोई एक गाली देगा तो मैं उसे दो दूंगा। उन्होंने कांग्रेस की गुटबाजी पर खुद ही कहा कि गुटबाजी देखना है तो भाजपा में देखो, जिनती जूतमपैजार भाजपा में होती है उतनी तो कहीं नहीं। मेरा स्वभाव ही ऐसा है।
निशंक को किसने अध्यक्ष बनवाया?
नवनियुक्त अध्यक्ष निशंक जैन से पूछा गया कि कमल सिलाकारी को विधायक शशांक भार्गव ने जिलाध्यक्ष बनवाया था(जैसा की भार्गव और सिलाकारी खुद कहते हैं), लेकिन आपको किसने अध्यक्ष बनवाया है? इस पर जैन ने कहा कि कोई किसी को अध्यक्ष बनवाकर नहीं लाता। ये सब राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेशाध्यक्ष तय करते हैं।

एक ही लक्ष्य- कांग्रेस की सरकार बनाना
जैन ने कहा कि उनका एक ही लक्ष्य है कि वरिष्ठों के आशीर्वाद और युवाओं के सहयोग से प्रदेश की भाजपा सरकार को उखाडऩा और फिर कांग्रेस की सरकार बनाना है।
विदिशा में 6 दिन रोजाना ऑक्सीजन की कमी से मरे लोग
कांगे्रस जिलाध्यक्ष जैन ने आरोप लगाया कि विदिशा में 18 से 23 अप्रेल तक रोजाना ऑक्सीजन की कमी से 25-30 लोगों की मौत हुई है। लेकिन स्वास्थ्य मंत्री कह रहे हैं कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई। इसके जल्दी ही जिला कांग्रेस पूरे जिले और तहसील तथा विधानसभावार आंकड़े जारी करेगी।
जांच में दोषी वही बताए जाएंगे जो मर गए
लाल पठार हादसे पर पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में निशंक जैन ने कहा कि सब लीपापोती हो जाएगी, अंत में दोषी वही लोग ठहराए जाएंगे जो मर गए। उन्होंने कहा कि नियम यह है कि हर पंचायत में परिसंपत्तियों का एक रजिस्टर होता है, जिसमें सभी शासकीय भवनों, कुएं, तालाबों की जानकारी रहती है। हर 15 दिन में इन परिसंपत्तियों की स्थिति की भी जानकारी पंचायत सचिव द्वारा दर्ज की जाती है। इसका सत्यापन आरइएस के सब इंजीनियर को करना होती है। उनके सत्यापन के बाद जनपद सीइओ इसे सत्यापित करते हैं। यह भी सत्यापित किया जाता है कि इनकी कैसी स्थिति है, जर्जर हैं, अच्छे हैं या इन्हें मरम्मत की आवश्यकता है। लालपठार के कुएं के बारे में उस रजिस्टर को देखा जाए कि किस किस ने इसे सत्यापित किया है। यदि सत्यापित किया है तो उसने क्या लिखा है?ï सत्यापित नहीं किया तो क्यों नहीं किया? यह सामने आना चाहिए कि इस श्रंखला में किस अधिकारी ने उस कुएं को देखा, क्या रिपोर्ट दी और क्या कार्रवाई हुई। नहीं हुुई तो उस अधिकारी का वेतन कैसे निकला?

जिला कांग्रेस कार्यालय में हुई इस प्रेस वार्ता में कार्यकारी जिलाध्यक्ष मोहित रघुवंशी, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रियंका किरार, अंशुज शर्मा, आनंदप्रतापसिंह, करतार सिंह, देवेंद्र राठौर, नंदकिशोर शर्मा, रवि साहू, अजय दांतरे, वैभव भारद्वाज, अजय कटारे, दीवान किरार, अरुण अवस्थी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन मौजूद थे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो