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दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने डिप्टी कलेक्टर को बनाया नोडल अधिकारी

locationविदिशाPublished: Apr 02, 2020 07:33:50 pm

Submitted by:

Anil kumar soni

विदिशा। कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए जिले में आवश्यक सामग्री एवं दवाईयों की सप्लाई सतत रूप से जारी रखने तथा सीएमएचओ, सिविल सर्जन एवं मेडीकल कॉलेज को आवश्यक दवाईयों की प्राप्ति निर्वाध बनी रहें इसके लिए कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने डिप्टी कलेक्टर तन्मय वर्मा को नोडल अधिकारी तथा जिला संयोजक को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।

विदिशा। कलेक्टर ने दिए संबंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश।

विदिशा। कलेक्टर ने दिए संबंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश।

कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने आवश्यक सामग्री एवं दवाईयों की सप्लाइ की सतत क्रास मानिटरिंग एवं आपूर्ति पर नजर रखने के लिए दल भी गठित किया है। उक्त दल में औषधी स्टोर भण्डार के प्रभारी अधिकारियों को शामिल किया गया है। जिसमें अटल बिहारी वाजपेयी स्वशासी मेडीकल कॉलेज के डॉ. आशीष उपाध्याय, सीएमएचओ कार्यालय के विजय नकुल, जिला चिकित्सालय के स्टोर प्रभारआरपी मिश्रा तथा डॉटा इन्ट्री आपरेटर प्ररब्ध बुन्देला शामिल हंै। दल के सदस्य राज्य स्तर से नियुक्त प्रशांत शर्मा, सहयोग स्टॉक मैनेजमेंंट प्रतिनिधि के मोबाइल नम्बर से समन्वय स्थापित करेंगे ताकि जिले मेंं सामग्री और दवाईयों की उपलब्धता एवंं वितरण की जानकारी प्रतिदिन दल प्रभारी व नोडल अधिकारी तन्मय वर्मा को उपलब्ध कराई जा सके।
खंड मुख्यालय पर बनेंगे क्वारंटाइन सेंटर
विदिशा। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए कलेक्टर डॉ. पंकज जैन ने प्रत्येक खंड मुख्यालय पर कम से कम एक-एक क्वारंटाइन सेंटर तथा राहत शिविर सुनिश्चित करने के निर्देश जिले के सभी एसडीएम को दिए।
कलेक्टर ने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर और राहत शिविर दोनों एक ही भवन में भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर ऐसे भवन में स्थापित किए जाएंगे जहां आवास, शौचालय, बिजली और पानी आदि की समुचित व्यवस्था हो। इसी प्रकार की व्यवस्था राहत शिविरों में भी की जानी है। इनके लिए भवनों का चयन जल्द कर जिला कार्यालय को सूचित करने के लिए निर्देशित किया गया। उल्लेखित व्यवस्थाओं के अनुरूप भवनों का चयन कर तत्काल जिला कार्यालय को अवगत कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि जिले की सीमा में चेकपोस्ट पर आने वाले व्यक्तियों में से ऐसे व्यक्ति जो अन्य शहरों या स्थानों से आए हंै जहां कोरोना पाजिटिव मरीज पाए गए हैं उन्हें चेकपोस्ट से सीधे इन क्वारंटाइन सेंटर्स में ले जाया जाएगा।
क्वारंटाइन सेंटर में व्यक्ति के पहुंचने के बाद उसकी जानकारी नियत प्रारूप में स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा ली जाएगी। इसके बार उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा और स्वास्थ्य परीक्षण में आई स्थिति के अनुसार अग्रिम कार्यवाही चिकित्सकों द्वारा की जाएगी। यदि आने वाला व्यक्ति स्वस्थ हो और प्रारंभिक रूप से कोरोना संक्रमण के लक्षण प्रतीत नहीं होते हैं तब उस व्यक्ति को 14 दिनों तक किसी क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा तथा नियमित उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।
वहीं ऐसे व्यक्ति जो अन्य जिलो व अन्य राज्योंं के है जो पैदल चलकर अपने जिले में आ गए हैं, उन्हें राहत शिविर में रखा जाना है। यहां भोजन और आवास की व्यवस्था राजस्व विभाग के परिपत्रनुसार की जाएगी। कोरोना सेन्टर का व्यय स्वास्थ्य विभाग के द्वारा वहन किया जाएगा।

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