विदिशा। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए कलेक्टर डॉ. पंकज जैन ने प्रत्येक खंड मुख्यालय पर कम से कम एक-एक क्वारंटाइन सेंटर तथा राहत शिविर सुनिश्चित करने के निर्देश जिले के सभी एसडीएम को दिए।
कलेक्टर ने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर और राहत शिविर दोनों एक ही भवन में भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर ऐसे भवन में स्थापित किए जाएंगे जहां आवास, शौचालय, बिजली और पानी आदि की समुचित व्यवस्था हो। इसी प्रकार की व्यवस्था राहत शिविरों में भी की जानी है। इनके लिए भवनों का चयन जल्द कर जिला कार्यालय को सूचित करने के लिए निर्देशित किया गया। उल्लेखित व्यवस्थाओं के अनुरूप भवनों का चयन कर तत्काल जिला कार्यालय को अवगत कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि जिले की सीमा में चेकपोस्ट पर आने वाले व्यक्तियों में से ऐसे व्यक्ति जो अन्य शहरों या स्थानों से आए हंै जहां कोरोना पाजिटिव मरीज पाए गए हैं उन्हें चेकपोस्ट से सीधे इन क्वारंटाइन सेंटर्स में ले जाया जाएगा।
क्वारंटाइन सेंटर में व्यक्ति के पहुंचने के बाद उसकी जानकारी नियत प्रारूप में स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा ली जाएगी। इसके बार उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा और स्वास्थ्य परीक्षण में आई स्थिति के अनुसार अग्रिम कार्यवाही चिकित्सकों द्वारा की जाएगी। यदि आने वाला व्यक्ति स्वस्थ हो और प्रारंभिक रूप से कोरोना संक्रमण के लक्षण प्रतीत नहीं होते हैं तब उस व्यक्ति को 14 दिनों तक किसी क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा तथा नियमित उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।
वहीं ऐसे व्यक्ति जो अन्य जिलो व अन्य राज्योंं के है जो पैदल चलकर अपने जिले में आ गए हैं, उन्हें राहत शिविर में रखा जाना है। यहां भोजन और आवास की व्यवस्था राजस्व विभाग के परिपत्रनुसार की जाएगी। कोरोना सेन्टर का व्यय स्वास्थ्य विभाग के द्वारा वहन किया जाएगा।