मालूम हो कि शहर में लंबे समय से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की मांग थी। पूर्व में परिषद द्वारा शहर में तीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने पर विचार किया था। लेकिन जगह के अभाव तथा अन्य समस्याओं के कारण तीन की जगह अब सिर्फ एक ही सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नदी के पास बन रहे प्रधानमंत्री आवासों के पास बनाया जा रहा है।
पहले जहां तीनों सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट सात से आठ एमएलडी के बनने थे, तो अब एक ही सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को बड़ाकर २२ एमएलडी का बनाया जा रहा है। जहां शहरभर के सीवेज पहुंचाया जाएगा। इसका करीब आधे से ज्यादा निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
पंपहाउस में एकत्रित होगा क्षेत्र का सीवेज
शहर में जहां दो अन्य सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाने थे उनके स्थान पर दो पंपहाउस बनाए जा रहे हैं। एक पंपहाउस के निर्माण का कार्य हरिपुरा खिरिया में रोड के पास शुरु हो गया है।
यहां खुदाई कर जमीन के समतलीकरण का कार्य शुरु हो गया है। वहीं दूसरा पंपहाउस मिर्जापुर रोड पर बनाया जा रहा है। इन पंप हाउस में आसपास के क्षेत्रों का सीवेज आएगा और मुख्य पाइपलाइन के माध्यम से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाएगा।
दोबारा होगी खुदाई
सीवेज की मुख्य पाइपलाइन से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक सीवेज पहुंचाने के लिए दोनों पंपहाउस से मुख्य लाइन तक पाइपलाइन डाली जाएगी। जिसके लिए इन क्षेत्रों में फिर से सड़कों को खोदा जाएगा।
195 किमी क्षेत्र में डाली गई है सीवेज लाइन
इस सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के तहत शहरभर में १९५ किमी की सीवेज पाइपलाइन डाली गई है। जिसके तहत प्रत्येक कॉलोनी, मोहल्लों आदि में यह सीवेज लाइन डालने का काम सभी जगह चल रहा था।
27 हजार होंगे कनेक्शन
इस सीवेज लाइन से शहरभर के २७ हजार कनेक्शन किए जाने हंै। इनमें से करीब डेढ़ हजार घरों के सीवेज कनेक्शन इस सीवेज पाइपलाइन से हो गए हैं। यह होगा फायदा
अभी पीलिया नाला के पास से पटरी पार के क्षेत्र का सीवेज और दूषित पानी नदी में पहुंचता है। वहीं अन्य नालों के माध्यम से भी सीवेज नदी में पहुंच जाता है। जिससे बेतवा दूषित हो रही है। लेकिन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बन जाने से सीवेज को नदी में जाने से रोका जा सकेगा।
तीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की जगह एक ही बड़ा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट २२ एमएलडी का बनाया जा रहा है। जिसका निर्माण कार्य आधे से ज्यादा हो चुका है। सीवेज के लिए 195 किमी नेटवर्क लाइन डाली जा चुकी है। यहां से सीवेज को ट्रीट कर पानी को व्यवसायिक उपयोगी कार्यों के लिए बेचा जाएगा।
– नीलम रजक, प्रोजेक्ट इंचार्ज, नगरपालिका
शहर में करीब ९२ करोड़ रुपए की लागत से प्रधानमंत्री आवास के पास सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है। वहीं दो पंपहाउस बनाए जाएंगे। जिससे शहर के सीवेज का पानी ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचेगा और पानी ट्रीट कर पाइपलाइन के माध्यम से किसानों आदि को दिया जाएगा। जनवरी तक कार्य पूर्ण होने की उम्मीद है।
– सुधीर सिंह, सीएमओ, विदिशा
नपा द्वारा तीन सीवेज ट्रीट प्लांट की जगह सिर्फ एक ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है और दो की जगह पंपहाउस बनाए जाकर वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है, जो स्थाई समाधान नहीं हैं। जनता के रुपयों का नपा सिर्फ दुरुपयोग कर रही है।
– नीरज चौरसिया, पर्यावरण मित्र, विदिशा