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अब किसानों को मशीन बताएगी बीज की गुणवत्ता, जानिए कैसे….

किसान व व्यापारियों को बीज की जांच कर ३० सेकेण्ड में दे सकेगी रिपोर्ट

विदिशाApr 29, 2018 / 07:18 am

KRISHNAKANT SHUKLA

विदिशा. कृषि उपज मंडी में डेनमार्क से आई मशीन से अब किसानों के अनाज की जांच होगी। यह मशीन 30 सेकेंड में बीज की कप्लीट रिपोर्ट किसान व व्यापारियों को दे सकेगी। इससे किसान को उसकी उपज का उचित दाम मिलेगा और राष्ट्रीय कृषि बाजार के तहत भी इस अनाज को देश में कहीं भी बैठा व्यापारी क्वालिटी के आधार पर खरीद सकेगा।
मंडी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक यह मशीन मिर्जापुर मंडी की प्रयोगशाला में लगाई जा चुकी है और इसका प्रदर्शन भी किया गया है। मंडी सचिव केके बगवैया ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश की 54 मंडियों में राष्ट्रीयकृत कृषि बाजार योजना लागू है। इसमें भोपाल संभाग में विदिशा और सीहोर में ही अभी यह ग्रेन एनालाइजर मशीन आई है जो किसानों, व्यापारियों व अनाज फर्मों व कंपनियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगी।
काटकर जांचते थे नमी

अभी तक जिले में बीजों की जांच के लिए ऐसी पारदर्शी और विश्वसनीय व्यवस्था नहीं थी। व्यापारी बीज को दांत से काटकर उसकी नमी का पता करते थे। हाथों में बीज लेकर बीज में मिट्टी, दानों में दाग का आकलन लगाते आए हैं। बीज के अंदर की क्वालिटी और गुणवत्ता का कोईआकलन नहीं हो पाता था। किसान भी अनभिज्ञ रहता था और अनाज के बदले किसानों को मिलने वाले दामों को लेकर असमंजस की स्थिति रहती थी।
यह है मुख्य उद्देश्य

यह मशीन राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना के तहत आईहै। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को मंडी के अलावा भी ई-ऑक्शन शुरू किया गया है जिसमें देश में कहीं भी बैठे व्यापारी किसान के अनाज की क्वालिटी का स्क्रीन पर पता कर सकेगा और वह क्वालिटी के आधार पर किसान का अनाज भी खरीद सकेगा।
ऑनलाइन होगी दुरुस्त

मंडी सचिव बगवैया के मुताबिक करीब 15 लाख कीमती यह मशीन एडवांस टेक्नोलॉजी की है। इसमें साफ्टवेयर में कोईतकनीकी खराबी आने पर इसके लिए किसी तकनीशियनों के बुलाने या इसके लिए इंतजार करने की जरूरत नहीं रहेगी। यह मशीन ऑन लाइन दुरुस्त की जा सकेगी।
ऐसे करेगी मशीन काम

मशीन में किसान का100 ग्राम का अनाज का सेंपल डाला जाएगा। करीब 30 सेकेंड बाद मशीन से कंप्यूटराइज्ड रिपोर्ट निकल आएगी। यह मशीन धान, मूंग, गेहूं आदि जिंसों की नमी, दानों में टूटफूट, दाग, प्रोटीन, ग्लूकोटिन आदि आदि सभी संबंधित रिपोर्ट चंद सेकेंड में किसानों के सामने रख देगी। इसमें सेंपल का अनाज भी सुरक्षित रहेगा और वह किसान को वापस दिया जा सकेगा। खासियत यह भी कि इस सेंपल रिपोर्ट में किसी तरह की छेड़छाड़ किया जाना संभव नहीं है।
इनका कहना है

मंडी में इस तरह की मशीन से निश्चित ही किसान को लाभ मिलेगा। उसे अनाज की गुणवत्ता के आधार पर उचित दाम मिल सकेगा। ई-आक्शन में किसान का अनाज बाहर के व्यापारी भी खरीद सकेंगे।
मोहरसिंह रघुवंशी, किसान नेता

अधिक किसान के बीच मशीन से सभी किसानों के अनाज की गुणवत्ता जांचना मुश्किल होगा। इससे नीलाम कार्य प्रभावित होगा। ई-ऑक्शन में व्यापारी व किसान दोनों को ही समस्या आएगी।
राहुल भार्गव, अनाज व्यापारी एवं मंडी व्यापार प्रतिनिधि
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