वहीं जनरल नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर में भी नर्स डे का आयोजन हुआ। यहां सीएमएचओ डॉ एपी सिंह ने समारोह का शुभारंभ करते हुए कहा कि किसी भी नर्स का सेवाभाव ही उसकी ख्याति का प्रमुख सूत्र है। मरीजों की जिंदगी बदलने में नर्सों द्वारा कोई कसर नहीं छोड़ी जाती। उमस पर उपचार देकर पूर्ण स्वस्थ होने वाले मरीज जिंदगी भर ऐसी नर्सों को भूल नहीं पाते। सिविल सर्जन डॉ संजय खरे ने कहा कि डॉक्टर इतना समय मरीजों को नहीं दे पाते, जितना एक नर्स देती है। उनका मरीजों से जीवंत संपर्क ही महत्वपूर्ण है। जीएनएम की प्राचार्य एम लता भटनागर ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस मौके पर नर्सों ने अपने अनुभव साझा किए।