फैसले के बाद भी उन्होंने इस शपथ का मान रखा और हर धर्म के लोगों ने पूरी शिद्दत से यह संकल्प निभाया भी। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर पूरा बाजार बंद कराकर फ्लैग मार्च निकाला और लोगों को एहसास दिलाया कि हम अमन के साथ हैं, लेकिन किसी ने गड़बड़ी की कोशिश भी की तो उससे सख्ती से निपटने में संकोच नहीं करेंगे।
सुबह करीब 10 बजे तक चाय-नाश्ता-पान, सब्जी-फल की दुकानें आम दिनों की तरह खुली रहीं। लेकिन करीब 11 बजे प्रशासन ने दुकानें बंद कराईं तो बाजार में सन्नाटा पसर गया। इसके बाद लोग माधवगंज, बसस्टेंड, स्टेशन क्षेत्र में भी चाय-नाश्ते तक को तरस गए। इस दौरान भी दिन भर कोतवाली के सामने चाय की दुकान यथावत खुली रही।
अंतर बस इतना आया कि इस चाय की होटल का संचालन जिला सहकारी बैंक के भवन में होता रहा, जहां पुलिसकर्मियों सहित बड़ी संख्या में लोग चाय के लिए पहुंचते रहे, जिससे उन्होंने राहत महसूस की दिन भर सबसे Óयादा कोतवाली में यहीं से चाय जाती रही। बाकी गली-मोहल्लों की दुकानें भी अधिकांशत: बंद रहीं।
नगर में 400, जिले में 1400 जवानों ने संभाली कमान एहतियात के तौर पर पुलिस ने शहर में 400 पुलिस अधिकारी और जवान तैनात किए थे। हर चौराहे पर पुलिस बल मौजूद था। सुबह से ही चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही थी। जबकि जिले में 1400 जवानों के हाथों में सुरक्षा की कमान सौंपी गई थी। कहीं कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं आई। चैन से बीत गया फैसले का यह खास दिन। फ्लैग मार्च के दौरान कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, एसपी विनायक वर्मा, एसडीएम प्रवीण प्रजापति और तहसीलदार आशुतोष शर्मा भी पूरी तरह से सुरक्षा किट में नजर आए।
500 जवानों के साथ निकाला फ्लैग मार्च
दोपहर में माधवगंज चौराहे से कलेक्टर, एसपी सहित अन्य अधिकारियों के साथ करीब 500 पुलिस जवानों का फ्लैग मार्च निकला। इसमें वज्र, भीड़- नियंत्रण एवं अन्य वाहन भी शामिल रहे।
फ्लैग मार्च में जिला पुलिस बल, सशस्त्र बल, होमगार्ड्स, पुलिस लाइन, कोतवाली व सिविल थाने का बल एवं महिला पुलिस, प्लाटून, सूबेदार एवं एसएफ के जवान शामिल रहे।
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रमसिंह, एसपी विनायक वर्मा, एएसपी केएल बंजारे, सीएसपी भारतभूषण शर्मा, एसडीएम प्रवीण प्रजापति, तहसीलदार आशुतोष शर्मा, आरआई, टीआई आदि पुलिस जवानों के साथ पैदल चल रहे थे। यह फ्लैग मार्च माधवगंज से मेनरोड बड़ा बाजार, बजरिया, किला अंदर, श्रद्धानंद पथ नीमताल, एटीएम चौराहा, क्रांति चौक, पूरनपुरा, दुर्गानगर, अहमदपुर चौराहा, पीतलमिल से होता हुआ बंटीनगर चौराहा पर पहुंचकर समाप्त हुआ।