चाइल्ड लाइन के जिला समन्वयक अनिल धाकड़ ने बताया कि रात करीब डेढ़ बजे उन्हें कोतवाली से जानकारी मिली कि थाना के सामने एक बच्ची मिली है। जिसके चलते वे अपनी टीम के साथ तुरंत कोतवाली पहुंचे। जहां एक हाथठेला पर पॉलीथिन के ऊपर एक करीब डेढ़ से दो साल उम्र की बच्ची सो रही थी और पास में ही एक पानी की बॉटल रखी थी। बच्ची को अस्पताल पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस बुलवाई, तो कोरोना वाली एम्बुलेंस आ गई। फिर जिसे वापस कर दूसरी एम्बुलेंस बुलवाई गई। जिसे आने में थोड़ा समय लगा। इसके बाद एम्बूलेंस से बच्ची को जिला अस्पताल पहुंचाकर भर्ती करवाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे स्वस्थ्य बताया, लेकिन सतर्कता के तौर पर उसकी विभिन्न जांच मंगलवार को हुईं, जिनकी रिपोर्ट आने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा। वहीं बच्ची के परिजनों की तलाश में टीम सदस्य शहर के कुछ क्षेत्रों में गए। धाकड़ ने बताया कि बच्ची छोटी होने के कारण ठीक से बोल भी नहीं पाती, इस कारण परिजनों का पता करने में थोड़ी दिक्कत आ रही है। फिर भी बच्ची के परिजनों की तलाश की जा रही है। इसकी सूचना जिला बाल कल्याण समिति को भी दी गई है। यदि बच्ची के परिजन नहींं मिलते हैं, तो फिर बच्ची को एडोप्शन सेंटर में रखा जाएगा और अन्य कानूनी कार्रवाई पूर्ण की जाएंगीं।