संविदा स्वास्थ्यकर्मी शुक्रवार और शनिवार को लगातार प्रदर्शन करते रहे। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी-अधिकारी संघ अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया कि उनकी मांगों का निराकरण नहीं होने के कारण संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने होली के त्योहार का बहिष्कार किया और धुलेड़ी के दिन धरना स्थल पर बैठे रहे और किसी ने एक-दूसरे को रंग-गुलाल नहीं लगाया। इसी प्रकार सहकारी समिति के कर्मचारी भी धरना स्थल पर धुलेड़ी के दिन काला टीका लगाकर प्रदर्शन करते रहे।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका संघ अध्यक्ष मिथलेश श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी मांगों का निराकरण नहीं होने के कारण संघ ने होली का त्योहार नहीं मनाया और किसी ने एक-दूसरे को रंग-गुलाल नहीं लगाया। वहीं दूज के दिन भाईयों के माथे पर तिलक तक नहीं लगाया।
इधर,विधायक के घर के सामने डेढ़ घंटे किया प्रदर्शन…
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाएं मांगों के निराकरण के लिए धुलेड़ी के दिन विधायक कल्याणसिंह दांगी के निवास पर उन्हें काला टीका लगाने पहुंच गईं। डेढ़ घंटे तक विधायक के घर के सामने प्रदर्शन किया, लेकिन विधायक के नहीं आने पर वे नारेबाजी करते हुए खाली हाथ वापस हुईं। वहीं भाईदूज के दिन भी धरना स्थल पर बैठकर प्रदर्शन किया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाएं मांगों के निराकरण के लिए धुलेड़ी के दिन विधायक कल्याणसिंह दांगी के निवास पर उन्हें काला टीका लगाने पहुंच गईं। डेढ़ घंटे तक विधायक के घर के सामने प्रदर्शन किया, लेकिन विधायक के नहीं आने पर वे नारेबाजी करते हुए खाली हाथ वापस हुईं। वहीं भाईदूज के दिन भी धरना स्थल पर बैठकर प्रदर्शन किया।
शुक्रवार को 11 बजे से एडीएम बंगले के पास धरना स्थल पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाएं एकत्रित हुईं और सिर पर काला कपड़ा बांधकर प्रदर्शन शुरु किया। इसके बाद दोपहर को सभी रैली के रूप में विधायक निवास तक नारेबाजी करती हुई पहुंचीं।
संघ अध्यक्ष मिथलेश श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यकर्ता-सहायिकाएं विधायक को काला टीका लगाने गई थीं, लेकिन वे घर के बाहर नहीं निकले, तो प्रदर्शन कर वापस आ गईं। वहीं शनिवार को भाईदूज के दिन भी धरना स्थल पर आकर प्रदर्शन किया।