गोलमाल कर दिया
विकासखंड के छह स्कूल की मरम्मत के लिए 6 लाख रुपए की राशि आई थी। लेकिन राशि तो निकाल ली गई और स्कूलों की दशा सुधारने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। कई स्कूल भवनों में मोटी-मोटी दरारें आ रहीं हैं। स्कूल प्रभारियों को राशि दिए जाने पर वे ज्यादातर गोलमाल कर देते थे। इसलिए इस बार पंचायतों को यह राशि दी गई। लेकिन उन्होंने भी इसमें गोलमाल कर दिया।
खस्ताहाल स्कूलों में बच्चे पढऩे को मजबूर
ऐसे में जान जोखिम में डालकर कई खस्ताहाल स्कूलों में बच्चे पढऩे को मजबूर हैं। कई स्कूल भवनों की तो वर्षों से पुताई तक नहीं हो सकी है। ग्रामीणों का कहना है कि कहीं स्कूल के फर्स में दरारें आ रहीं हैं, तो कहीं छत से पानी टपकता है। क्षतिग्रस्त भवनों में बच्चों को पढ़ाया जाता है, ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। जिम्मेदारों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
इन पंचायतों ने स्कूलों की राशि की गोलमाल
विकासखंड की नौ पंचायतो ने अपने ही पंचायत के स्कूलों की राशि को जिम्मेदार अधिकारियों से मिलकर गोलमाल कर दी। जिसकी वजह से पंचायतो के बच्चों को अब क्षतिग्रस्त भवनों में ही बैठकर पढऩा पड़ रहा है। करैयाहाट प्राथमिक शाला की 69 हजार 984 रुपए राशि गोलमाल की। करैयाहाट माध्यमिक शाला 69 हजार 98 4, रूसल्लीघाट एमएस 69 हजार 984, महुआखेड़ा पृथ्वीराज पीएस 69 हजार 984, कस्बाताल पीएस 69 हजार 984, इमलानी पीएस 60 हजार, इमलानी एमएस 74 हजार 016 , सांकलोन पीएस मदागन 72 हजार, गेंहूखेड़ी पीएस एवं एमएस 43 हजार आठ रुपए।
राशि गोलमोल करने वाली पंचायतों की सूची बनाकर जिला पंचायत सीईओ को भेज दी है। वहीं से राशि वसूली की कार्रवाई की जाएगी।
-नरेश रघुवंशी, बीआरसी, सिरोंज