साढ़े तीन किमी का रास्ता
बड़ी संख्या में आए ग्रामीण अजहर खान, मोहम्मद जलाल आदि ने बताया कि गांव का करीब साढ़े तीन किमी का रास्ता है। इस पर आज तक सड़क नहीं बनी। बारिश में कीचड़ के बीच ग्रामीणों को अपने वाहन दूसरे गांव में रखकर आना जाना करना पड़ रहा।
लाइन भी काफी समय से टूटी पड़ी
ग्रामीणों का कहना है कि हिनौतिया में 24 घंटे बिजली देने वाली लाइन भी काफी समय से टूटी पड़ी हुई है। उन्हें दस घंटे ही बिजली मिल पा रही। गांव में आवास व अन्य योजनाओं का लाभ भी ग्रामीणों को नहीं मिल रहा। इस दौरान अधिकारियों ने आवेदन लेकर समस्याओं के निराकरण के लिए आश्वस्त किया।
कीचड़ के कारण वाहन भी नहीं चल पा रहा
मैजिक वाहन से यह बच्चे स्कूल जाते हैं लेकिन कीचड़ के कारण मैजिक वाहन भी नहीं चल पा रहा और बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही। वहीं समीपी गांव उदलाखेड़ी में स्कूल भवन नहीं होने से बच्चों को पेड़ के नीचे पढ़ाई करना पड़ रही है।
पढ़ाई के लिए बच्चे अन्य गांव जाते है
इस सड़क का 25 प्रतिशत हिस्सा विदिशा में और 75 प्रतिशत हिस्सा भोपाल में आता है। इससे सड़क नहीं बन पा रही इससे 1 हजार से अधिक आबादी वाले इस गांव को पहुंच मार्ग नहीं मिल पा रहा। जबकि वर्षों से वे सड़क की मांग करते आए पर कोई भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा। बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित ग्रामीणों का कहना है कि गांव में कक्षा पांचवी तक ही स्कूल है। आगे की पढ़ाई के लिए बच्चे अन्य गांव जाते हैं।