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jan agenda 2019 : जनता ने तय किए लोकसभा चुनाव के मुद्दे, बताईं जरूरतें

पत्रिका जनएजेंडा-2019 : लोकसभा चुनाव को लेकर लोगों ने पत्रिका से चर्चा कर बताई क्षेत्र की समस्याएं और जरूरतें…

विदिशाApr 01, 2019 / 04:52 pm

Amit Mishra

jan agenda 2019 : जनता ने तय किए लोकसभा चुनाव के मुद्दे, बताईं जरूरतें

विदिशा। लोकसभा चुनाव में जनता के मुद्दों को उठाने और राजनैतिक दलों तथा प्रत्याशियों के सामने जनता की समस्याओं को लाने की मंशा से पत्रिका ने विदिशा के मानव सेवा न्यास और रायसेन के पत्रिका कार्यालय में जनएजेंडा बैठकों का आयोजन किया।


बैठक में क्षेत्र के चेंजमेकर्स, वालिन्टियर्स, राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि, व्यापारी, एडवोकेट, समाजसेवी, खिलाड़ी और महिलाएं भी शामिल हुईं। सभी वर्गों के लोगों ने अपनी बात रखकर क्षेत्र की जरूरतें और भावी सांसद से उम्मीदें जताईं। गरिमामय बैठक में खुलकर लोगों ने क्षेत्र के मुद्दों पर ध्यान आकर्षित कराया।

 

 

विदिशा के ये रहे प्रमुख मुद्दे
बेतवा नदी प्रदूषण से मुक्त हो, बैस एवं बेतवा को जोड़ा जाए।

बेरोजगारी दूर करने के लिए जिले में बड़े उद्योग लगना चाहिए।

शासकीय एवं निजी शिक्षा में समानता और पाठ्यक्रम एक
सा हो।

शासकीय स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त बनाए जाए।

सड़कें, पेयजल, अतिक्रमण, प्रदूषण की समस्याओं से मुक्ति मिले।

खेल क्षेत्र में सुविधाएं व संसाधन बढ़ाए जाएं।

पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिले। रायसेन जिले के सांची का विदिशा जिले में विलय हो।

सांची, विदिशा, ग्यारसपुर और बासौदा के पुरातात्विक स्थलों का टूरिस्ट सर्किट बने।

सिंचाई के लिए मकोडिय़ा बांध, जाखा प्रोजेक्ट पर कार्य हो।

कुपोषण पर अंकुश के लिए प्रभावी पहल हो।

बासौदा में वन क्षेत्र की खदानों का राजस्व में परिवर्तन हो।

बासौदा में बेतवा पुल का नव निर्माण जरूरी है।
त्यौंदा में पोषण पुनर्वास केन्द्र शुरू किया जाए।

 

गौशालाओं का निर्माण प्राथमिकता पर हो।

गंदे नालों का पानी बेतवा में मिलने से रुकना चाहिए।


शिक्षा व रोजगार के लिए पलायन रोकने दिया जाए ध्यान।

शहर को धूल और अतिक्रमण से मुक्त कर व्यवस्थित किया जाना चाहिए।

जल संरक्षण के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लागू करना जरूरी।

शहर में ट्रांसपोर्ट नगर बनाए जाने की जरूरत।


वाहनों की संख्या बढ़ी, पार्किंग की सुविधा नहीं होने आती है परेशानी।
विकास कार्य प्लानिंग से हों इस पर दिया जाना चाहिए ध्यान।


अब न उतरें पैराशूट प्रत्याशी…
बैठक के दौरान अधिकांश लोगों की राय स्थानीय उम्मीदवार के पक्ष में रही। इनका कहना रहा कि बाहरी उम्मीदवार क्षेत्र की भौगौलिक, पुरातात्विक, सांस्कृतिक महत्व को नहीं समझ पाता और इन क्षेत्रों की उपेक्षा होती है। संपन्न लोग तो उनसे कहीं भी मिलकर अपनी बात कह सकने में सक्षम रहते हैं, लेकिन गरीब जनता उन तक नहीं पहुंच पाती। उनकी सुविधाओं व जरूरतों की आवाज दबकर रह जाती है।

 

जनएजेंडे में खुलकर बताई अपनी राय
लोकसभा में बाहरी प्रत्याशी से स्थानीय समस्याओं को महत्व नहीं मिल पाता। जिला कृषि प्रधान होने से कृषि क्षेत्र से जुड़े उद्योग संबंधी इंडस्ट्रीज आना चाहिए।
श्याम बिहारी भार्गव, समाजसेवी

क्षेत्र के लोगों स्वच्छ पेयजल मिलना चाहिए। जंबार बागरी में औद्योगिक क्षेत्र बनाया गया, लेकिन वहां उद्योग लाने के ठोस प्रयास नहीं हो पाए हैं।
-देवेंद्रसिंह राठौर, कांगे्रस नेता

नई मंडी के लिए सरकार ने 1 रुपए 75 पैसे के हिसाब से जमीन खरीदी, व्यापारियों को 1650 रुपए वर्गफीट में बेंची। व्यापारियों को सुविधाएं तक नहीं दी।
-मुन्नाभैया, अध्यक्ष व्यापार महासंघ

 

शिक्षा, रोजगार के लिए लोगों को बाहर जाना पड़ता है। क्षेत्र में उद्योग लगाएं, लेकिन इनमें स्थानीय लोगों रोजगार मिले यह भी तय होना चाहिए।
-सुमन सोनी, भाजपा नेत्री

नीति आयोग के आंकड़ों के जरिए पिछड़ापन दूर करने के प्रयास होते रहे पर वास्तविक रूप में शिक्षा व स्वास्थ्य में जिले की स्थिति ठीक नहीं है।
-मजहर जाफरी, कांगे्रस नेता

बेतवा के संरक्षण-संवर्धन की मांग 15 वर्षों से उठ रही है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। प्रदूषण के कारण बेतवा का पानी पीने योग्य नहीं रहा।
-अतुल शाह, समाजसेवी

किसानों को उनकी उपज का उचित दाम मिले। इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है। शिक्षा और स्वास्थ्य की दुर्गति जिले में किसी से छिपी नहीं है।
-मनोज कटारे, भाजपा नेता

 

जीवन की प्रमुख जरूरतों में है शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार। लेकिन इन प्राथमिकताओं की हमेशा अनदेखी हुई। प्रत्याशी जो भी हो, इन मुद्दों पर उसे ध्यान देना होगा।
-पं. राजीव लोचन पांडेय, ज्योतिष

जनता से जुड़ा प्रत्याशी होना चाहिए। बाहरी प्रत्याशी जीतने के बाद चले जाते हैं इससे क्षेत्र का समुचित विकास नहीं होता। 40 साल से विदिशा जहां था वहीं रह गया।
-प्रियंका किरार, कांगे्रस नेत्री

खेल के क्षेत्र में खिलाडिय़ों को सुविधाएं व संसाधन बढ़ें इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है। शहर में एक और स्टेडियम की आवश्यकता है।
-दिलीप थापा, ताईक्वांडो कोच

पुरातात्विक महत्व का जिला है। यहां पर्यटन के पर्याप्त अवसर है, लेकिन वर्षों बाद भी जनप्रतिनिधियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
-पं. संजय, अध्यक्ष, पुजारी महासभा

दूसरे राज्यों में उद्योग लगाने के लिए वहां सरकारों ने उद्योगपतियों को विभिन्न सुविधाएं दीं, लेकिन यहां ऐसा नहीं है। उद्योगों के लिए रियायतें मिलना चाहिए।
-राकेश शर्मा, उद्योगपति

शहर में यातायात सबसे बड़ी समस्या बनता जा रहा। हार्ट बेहतर चिकित्सा सुविधा नहीं। एसएटीआई जैसी शिक्षण संस्था राजनीति का शिकार हो रही है।
-अतुल, अध्यक्ष, सनातन श्रीहिउस

बेतवा-बैस नदी लिंक परियोजना का काम भी जरूरी है। संाची को अगर विदिशा जिले में मिला दिया जाए तो पर्यटन क्षेत्र के लिए बेहतर होगा।
अरविंद श्रीवास्तव, भाजपा नेता

विदिशा ने विदेश मंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक दिया लेकिन विदिशा विकास में पिछड़ा ही रहा। पूरा शहर धूल धूसरित है। सड़कें उखड़ी हुई हैं।
सुरेश, पूर्व अध्यक्ष व्यापार महासंघ

 

बासौदा में आठ सौ हैक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र है यहां का पत्थर विदेश तक जाता है। इसेे राजस्व में स्थानांतरित कर लिया जाए तो बड़ा उद्योग स्थापित हो सकता है।
-राजेश यादव, कांगे्रस नेता

प्लानिंग के अनुसार विकास नहीं हो रहा। जनता के पैसों का सदुपयोग भी नहीं हो पाता। यहां मेडिकल कॉलेज खुल गया, लेकिन मशीनें नहीं आई है।
-अंशुज शर्मा, एडवोकेट

हर बार जल संकट की स्थिति बनती है। इसके लिए जरूरी है पुराने कुए बावडिय़ों का संरक्षण किया जाए। गायों के लिए गौशालाएं बनाई जाना चाहिए।
-बलवीर सिंह, जिलाध्यक्ष भाजयुमो

पेयजल जिले का प्रमुख मुद्दा है। पानी के लिए कब तक हलाली बांध पर निर्भर रहेंगे। इसके लिए जरूरी है नदियों का गहरीकरण किया जाए।
-अशोक ताम्रकार, पूर्वनपाध्यक्ष

 

विदिशा में 40 साल से भाजपा के सांसद और विधायक रहे हैं। इसके बाद भी शिक्षा, स्वास्थ्य, पेेयजल जैसी व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हो पाई।
-अर्पित, कार्यकारी जिलाध्यक्ष कांगे्रस

क्षेत्र से जो भी प्रत्याशी हो जीतने के बाद उसकी प्राथमिकता बेतवा को प्रदूषण मुक्त करने की होना चाहिए। ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके।
-सोहेल, प्रवक्ता मुस्लिम समाज

खेल स्टेडियम के पास इंडस्ट्रीज होने से बहुत प्रदूषण होता है। यहां कई शिक्षण संस्थाएं भी है। यह इंडस्ट्रीज यहां से हटना चाहिए।
-लालता तिवारी, राष्ट्रीय धावक

उद्योगों की स्थापना के लिए शासन की कोई नीति नहीं है। व्यापारियों को रियायत नहीं दी जाती इससे उद्योग नहीं लग पा रहे और बेरोजगारी बढ़ रही है।
-रवि, अध्यक्ष विदिशा चैंबर ऑफ कॉमर्स

जिले में शिक्षा एवं औद्योगिक क्षेत्र की ओर ध्यान दिया जाना जरूरी है। शहर में वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था भी होना चाहिए।
मंजरी जैन, भाजपा नेत्री


शहर में ट्रांसपोर्ट नगर की महती जरूरत है। वर्षों बाद भी यह सुविधा नहीं मिलने से ट्रांसपोर्ट संचालक परेशान रहते हैं। इससे अन्य वाहन चालकों को परेशानी होती है।
-महेंद्र यादव, कांगे्रस नेता

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