सुबह करीब १० बजे पूरनपुरा क्षेत्र के समाजसेवी संगठन के लोग भोजन के १०० पैकेट प्रशासन के सुपुर्द करने जा रहे थे, जिन्हें दुर्गानगर चौराहा पर पुलिस ने रोक लिया और २५ रुपए का चालान काट दिया। यही स्थिति शहर के कई क्षेत्रों में देखने को मिली। ऐसे में भोजन के पैकेट लेकर जा रहे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मोहनगिरी छात्रावास के आसपास के जरूरतमंदों तक दोपहर तक भोजन पैकेट नहीं पहुंचने से वह परेशान नजर आए। यही स्थिति कई बस्तियों में देखने को मिली।
अधिकारी करते रहे भोजन पैकेट एकत्रित
नायब तहसीलदार प्रमोद उईके सहित कई अधिकारी-कर्मचारी स्वयं कई सामाजिक संगठनों के पास जाकर भोजन पैकेट एकत्रित करते नजर आए। इसके बाद उन्हें जरूरतमंदों तक पहुंचाने का सिलसिला शुरु हुआ। जिसमें काफी समय लगा। दिनभर यही प्रक्रिया चली। इस कारण कई क्षेत्रों में समय पर भोजन पैकेट जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच सके, तो कई क्षेत्रों में तो पहुंचे ही नहीं।
नायब तहसीलदार प्रमोद उईके सहित कई अधिकारी-कर्मचारी स्वयं कई सामाजिक संगठनों के पास जाकर भोजन पैकेट एकत्रित करते नजर आए। इसके बाद उन्हें जरूरतमंदों तक पहुंचाने का सिलसिला शुरु हुआ। जिसमें काफी समय लगा। दिनभर यही प्रक्रिया चली। इस कारण कई क्षेत्रों में समय पर भोजन पैकेट जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच सके, तो कई क्षेत्रों में तो पहुंचे ही नहीं।
बाद में दी रियायत
हालांकि इसकी सूचना जब प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंची, तो भोजन सामग्री लेकर आने-जाने वालों को पुलिस की जांच प्रक्रिया में छूट दी गई। लेकिन यह ढील सिर्फ गुरुवार को ही दी गई। शुक्रवार को ढील के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
हालांकि इसकी सूचना जब प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंची, तो भोजन सामग्री लेकर आने-जाने वालों को पुलिस की जांच प्रक्रिया में छूट दी गई। लेकिन यह ढील सिर्फ गुरुवार को ही दी गई। शुक्रवार को ढील के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
चौक-चौराहों पर हुई जांच
सुबह से ही शहर में कई चौक-चौराहों पर पुलिस चौकस नजर आई। जो भी सड़क पर मिला उससे सख्ती से पूछताछ हुई। बगैर कारण निकलने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की गई। जबकि कई लोग दूर से ही पुलिस की कार्रवाई देखकर वापस होते दिखे।
सुबह से ही शहर में कई चौक-चौराहों पर पुलिस चौकस नजर आई। जो भी सड़क पर मिला उससे सख्ती से पूछताछ हुई। बगैर कारण निकलने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की गई। जबकि कई लोग दूर से ही पुलिस की कार्रवाई देखकर वापस होते दिखे।