मालूम हो कि स्वामी विवेकानंद चौराहा से पीतलमिल चौराहा तक सड़क के दोनों तरफ नगरपालिका द्वारा पेवरब्लॉक लगाए जाने हैं। स्वामी विवेकानंद चौराहा तरफ से पेवरब्लॉक लगने का काम कुछ दिनों पूर्व शुरू हो चुका है, लेकिन गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं किए जाने के कारण यह पेवरब्लॉक लगाने के कुछ ही दिनों बाद धसकने लगे थे, जिन्हें दोबारा लगाया गया। इसके बावजूद स्थिति यह है कि पेवरब्लॉक धसकने से फुटपाथ पर जगह-जगह गड्ढे नजर आने लगे हैं। ऐसे में इनके लगाने की सार्थकता नजर नहीं आ रही है।
राहगीर गिरकर हो रहे चोटिल
इस फुटपाथ पर गल्र्स कॉलेज की छात्राओं और स्टाफ नर्स सहित प्रतिदिन हजारों लोगों का निकलना होता है, लेकिन फुटपाथ पर लगे पेवर ब्लॉक में गड्ढे पढ़ जाने के कारण कई बार लोग इनमें फंसकर गिर जाते हैं और चोटिल होते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत शाम के समय होती है, जब यहां अंधेरा फैलना शुरू हो जाता है। रात को यह गड्ढे नजर नहीं आने के कारण कईबार राहगीर ठोकर खाकर गिर जाते हैं। लेकिन जिम्मेदार इस समस्या के निराकरण की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
इस फुटपाथ पर गल्र्स कॉलेज की छात्राओं और स्टाफ नर्स सहित प्रतिदिन हजारों लोगों का निकलना होता है, लेकिन फुटपाथ पर लगे पेवर ब्लॉक में गड्ढे पढ़ जाने के कारण कई बार लोग इनमें फंसकर गिर जाते हैं और चोटिल होते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत शाम के समय होती है, जब यहां अंधेरा फैलना शुरू हो जाता है। रात को यह गड्ढे नजर नहीं आने के कारण कईबार राहगीर ठोकर खाकर गिर जाते हैं। लेकिन जिम्मेदार इस समस्या के निराकरण की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।