समय बिताया जा रहा था
मालूम हो इस आयोजन में रिटायर्ड शिक्षकों सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने, उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम देने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं व प्राचार्यों को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम 11 बजे से शुरू होना था, लेकिन अतिथियों के इंतजार में एक कर्मचारी द्वारा देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर समय बिताया जा रहा था। दोपहर करीब 12.30 बजे कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रमसिंह कार्यक्रम में आए और शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी एवं अच्छा व उत्कृष्ट कार्य के लिए करने के लिए प्रेरित किया।इस दौरान उन्होंने तीन शिक्षकों का सम्मान किया और अन्य कार्य होने के कारण वे दस मिनट का समय ही कार्यक्रम को दे पाए।
कलेक्टर के जाने के बाद आए अतिथि
कलेक्टर के जाने के कुछ ही देर बाद विधायक शशांक भार्गव सहित पूर्व मंत्री रघुवीरसिंह सूर्यवंशी, कांगे्रस नेता रंधीरसिंह ठाकुर, मनोज कपूर, महेंद्र यादव, मोहरसिंह रघुवंशी, दीपक बाजपेयी आदि पहुंचे। सरस्वती वंदना हुई और इसके बाद अतिथियों के संंबोधन चलते रहे। करीब एक घंटे चले उद्बोधन के बाद अतिथियों ने शिक्षकों का शाल,श्रीफल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया।
263 शिक्षकों में 156 हुए शामिल
कार्यक्रम में जिले भर के उत्कृष्ट कार्य करने वाले 263 शिक्षकों को आमंत्रित किया गया था। इसमें सेवा निवृत्त शिक्षक भी शामिल थे। इन आमंत्रित शिक्षकों में 156 शिक्षक इस कार्यक्रम में शामिल हो पाए। विदिशा, लटेरी, कुरवाई, सिरोंज, ग्यारसपुर, नटेरन, बासौदा ब्लाक के कई शिक्षक कार्यक्रम में आए। इनके लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई थी।
रिटायर शिक्षक बोले यह कैसा सम्मान
कार्यक्रम में देरी होने बाहर से आए रिटायर शिक्षक परेशान दिखे। ग्राम धुवा माध्यमिक शाला के सेवानिवृत्त शिक्षक महेश नारायण शर्मा ने कहा कि यह कैसा सम्मान जिसमें समय का ध्यान नहीं। शिक्षकों के कार्यक्रम के लिए अतिथियों के लिए समय नहीं। यह तो अपमान जैसा है। इस तरह के कार्यक्रम समय पर होना चाहिए। नेताओं के उद्बोधन की बजाय सीधे सम्मान कार्यक्रम पर ध्यान देना चाहिए था। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी एसपी त्रिपाठी, शिक्षा विद् केएन शर्मा, कमल चतुर्वेदी आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे। संचालन डॉ. दीप्ती शुक्ला ने किया।