प्लेटफार्म चार की तरफ एक दिन पूर्व ही रेलवे ने पत्थर के चीरा लगाकर अपनी सीमा तय कर दी है। जिसकी जद में कई मकानों के साथ ही लॉज सहित कुछ व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी आ रहे हैं। रेलवे के अनुसार इन अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण हटाने के लिए वे करीब सात से आठ माह से कह रहे हैं। स्वयं अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस देने के साथ ही अल्टीमेटम भी दिया गया था, लेकिन अतिक्रमणकारियों ने इसे हल्के में लिया और अतिक्रमण नहीं हटाए। अब रेलवे ने जब सीमांकन कर दिया, तो अतिक्रमणकारियों की नींद उड़ गई है। कुछ अतिक्रमणकारियों का कहना है कि वे वर्षों से यहां रह रहे हैं और अब रेलवे इस जमीन को अपना बता रहा है। ऐसे में उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है और घर और प्रतिष्ठान तोड़े जाने की स्थिति में वे कहां रहेंगे और क्या करेंगे यही चिंता उन्हें सता रही है।
बदलेगी यहां की सूरत
प्लेटफार्म चार के तरफ के रेलवे की जगह के साथ ही प्लेटफार्म एक की तरफ गोदाम के पास वाले सर्कुलेट एरिया को भी रेलवे बढ़ाएगा और दोनों तरफ कई विकास कार्य किए जाने से कुछ माह बाद यहां की सूरत बदली-बदली नजर आएगी।
प्लेटफार्म चार के तरफ के रेलवे की जगह के साथ ही प्लेटफार्म एक की तरफ गोदाम के पास वाले सर्कुलेट एरिया को भी रेलवे बढ़ाएगा और दोनों तरफ कई विकास कार्य किए जाने से कुछ माह बाद यहां की सूरत बदली-बदली नजर आएगी।
इस्टीमेट होगा तैयार
रेलवे द्वारा यहां एक बड़ा प्रवेश द्वार करीब 30 फीट ऊंचा बनाया जाएगा। इसके साथ ही एक वेटिंग हॉल, बुकिंग विंडो, पार्किंग स्थल सहित सर्कुलेट एरिया बढ़ाकर कई विकास कार्य किए जाने हैं। इसके लिए रेलवे पहले अतिक्रमण हटाएगा। इसके बाद इस्टीमेट तैयार कर इसे सेंक्शन करेगा। फिर यहां चरणवद्ध तरीके से विकास कार्य किए जाएंगे।
रेलवे द्वारा यहां एक बड़ा प्रवेश द्वार करीब 30 फीट ऊंचा बनाया जाएगा। इसके साथ ही एक वेटिंग हॉल, बुकिंग विंडो, पार्किंग स्थल सहित सर्कुलेट एरिया बढ़ाकर कई विकास कार्य किए जाने हैं। इसके लिए रेलवे पहले अतिक्रमण हटाएगा। इसके बाद इस्टीमेट तैयार कर इसे सेंक्शन करेगा। फिर यहां चरणवद्ध तरीके से विकास कार्य किए जाएंगे।
प्लेटफार्म चार की तरफ शहर बढ़ रहा है, यातायात दबाव अधिक रहता है। इसलिए यहां सर्कूलेट एरिया बढ़ाकर कई विकास कार्य किए जाने हैं। जिसके लिए इस्टीमेट बनाकर इसे सेंक्शन करवाया जाएगा। इसके पूर्व यहां का अतिक्रमण हटाया जाना है।
-रणवीरसिंह राजपूत, एडीआरएम, भोपाल
-रणवीरसिंह राजपूत, एडीआरएम, भोपाल