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अंडरब्रिज से तीसरी गर्डर भी हटाई, पटरियां हुर्इं यथावत

locationविदिशाPublished: Apr 14, 2018 12:00:54 pm

Submitted by:

Manoj vishwakarma

ढाई करोड़ की लागत से बन रहा अंडरब्रिज

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विदिशा. सोंठिया रेलवे फाटक के पास बन रहे अंडरब्रिज पर शुक्रवार को तीसरी गर्डर हटाने का कार्य चला। सुबह से ब्लाक लेने एवं गर्डर को हटाकर उसके स्थान पर पहले की तरह पटरियों को यथावत करने की तैयारी चलती रही। रेलवे के इंजीनियर्स, कांटे्रक्टर व अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

 

मालूम हो कि अंडरब्रिज की खुदाई करने से पहले इस स्थान की पटरियों को हटाकर यहां तीन अलग-अलग गर्डर में पटरियों को कसकर लगाया था। पिछले पंद्रह दिनों से इसी व्यवस्था के बीच अंडरब्रिज की खुदाई कर उसमें अंडरब्रिज के लिए पहले से तैयार बाक्स फसाए गए। फिर गर्डर को हटाकर पटरियों के स्थान को यथावत किया जा रहा है। दो दिन में दो गर्डर बदलने के बाद शुक्रवार को आखिरी तीसरे गर्डर को हटाने सुबह से ही कार्य शुरू हो गया था।

ब्लाक मिलने से पूर्व गर्डर के स्थान पर रखी जाने वाली पटरियों के हिस्से को सिलीपर सहित तैयार कर कर अलग रख लिया गया था। ब्लाक हटने के बाद खाली हिस्से को भरने के लिए पत्थरों के अलंगे, मुरम, गिट्टी आदि की व्यवस्था पटरियों के आसपास कर ली गई थी। इस दौरान रेल पटरी पर टे्रनों की आवाजाही रुक गई। इस गर्डर को हटाने के बाद कर्मचारी और दोनों पोकलेन मशीनें रेलवे टे्रक पर इंजीनियरों के मार्गदर्शन में तेजी से कार्य करती रही। मशीनों एवं मजदूरों की मदद से यहां गर्डर हटाए गए हिस्से में पटरियों को यथावत किया गया।

कर्मचारियों के अनुसार अंडरब्रिज में बाक्स फसाने का कार्य हो चुका। अब एप्रोच मार्ग का ही कार्य होना है। इसके साथ ही साइड दीवार बनाई जाएगी। एप्रोच मार्ग का कार्य करीब 15 दिन में पूरा हो जाने की बात कही जा रही है। इनका कहना रहा कि रेलवे अपने हिस्से में कार्य करेगी। शेष कार्य स्थानीय निकाय को करना रहेगा।

इधर, दो दिन में समझ लें आरओबी की तीसरी लैग का काम

विदिशा में आरओबी की तीसरी लैग का कार्य दूसरे दिन भी शुरू नहीं हुआ। कार्य प्रारंभ कराने तहसीलदार राजीव कहार, टीआई वीरेंद्र झा व पुलिस बल पहुंचा था लेकिन स्थानीय लोगों ने विरोध करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में एसडीएम भी मौके पर पहुंचे एवं लोगों को कार्य को समझने के लिए दो दिन का समय दिया।
दोपहर में जब तहसीलदार टीआई मौके पर पहुंचे तो आसपास क्षेत्र के रहवासी एकत्रित हो गए। इनका कहना रहा कि इस लैग का कोईऔचित्य नहीं है। क्षेत्र में नीचे की ओर कम जगह रहने से फायर ब्रिगेड नहीं आ पाएगी। वहीं लैग के ऊपर पुल की चौड़ाई से उनके घरों से पुल लग जाएगा और हादसे का डर रहेगा। उन्होंने इस लैग के निर्माण को औचित्यहीन मानते हुए विरोध किया।

विरोध दर्जकराने वालों में संजय दिवाकीर्ति, अनिल जैन, इंद्रजीतसिंह जाट, बसंत जैन, प्रदीप जैन, विनोद गुप्ता आदि रहे। बात नहीं बनने पर तहसीलदार ने एसडीएम राय को सूचना दी। एसडीएम के पहुंचने पर भी क्षेत्रीय लोगों अपनी समस्याओं को दोहराया। एसडीएम ने बताया कि लोगों की आवश्यकताओं को देखते हुए उन्हें दो दिन का समय दिया है।

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