प्लेटफार्म चार के बाहर की ओर अपना सर्कूलेटिंग एरिया बढ़ाने के लिए रेलवे अब अपनी जमीन को मुक्त कराने के लिए सख्ती दिखा रहा है। करीब 7 माह पहले ही यहां के लोगों को नोटिस देकर ताकीद कर दिया गया था कि उनके भवन अतिक्रमण में हैं, वे खुद हटा लें, जिससे उनका नुकसान न हो, लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। पिछले दिनों जब रेलवे ने नपती करके अपने पिलर लगा दिए तो हड़कम्प मच गया। पता चला कि रजिस्ट्री होने और पिछले चालीस साल से यहां रहने का दावा करने वाले लोगों के मकान भी रेलवे की जद में आ रहे थे। इन्हें तोडऩे का ऐलान रेलवे ने कर दिया। कच्चे अतिक्रमण हटा भी दिए गए थे, लेकिन पक्के अतिक्रमण हटाए जाना थे।
जेसीबी के सामने खड़ेे हो गए लोग
शनिवार की दोपहर पीडब्ल्यूआई के साथ रेलवे का अमला और आरपीएफ निरीक्षक मनीष पांडे के साथ उनकी टीम की मौजूदगी में सबसे पहले रेलवे परिसर में प्रवेश के कोने पर कई वर्षों से संचालित सदगुरू किराना एंड जनरल स्टोर पर जेसीबी चली। इससे पहले समझाइश दी गईऔर दुकान का सामान हटवा लिया गया। बाद में जेसीबी से दुकान तोड़ दी गई। फिर राधा देवी की चाय दुकान और फिर शारदा मां के मंदिर पर जेसीबी पहुंची। यहां जैसे ही जेसीबी ने मंदिर की जाली तोड़ी वहां मौजूद मंदिर से जुड़े लोग हंगामा करने लगे और जेसीबी के सामने आ खड़े हुए।यहां रेलवे, आरपीएफ के अमले के साथ रहवासियों की खूब बहस हुई। लेकिन रेलवे ने हर स्तर पर यह साबित किया कि रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण किया गया है, इसलिए इसे तो तोडऩा ही होगा। आप खुद तोड़ लो खूब वक्त दिया है, अब आखरी मौका फिर दे रहे हैं, यह कहकर जेसीबी आगे बढ़ा दी गई।
शनिवार की दोपहर पीडब्ल्यूआई के साथ रेलवे का अमला और आरपीएफ निरीक्षक मनीष पांडे के साथ उनकी टीम की मौजूदगी में सबसे पहले रेलवे परिसर में प्रवेश के कोने पर कई वर्षों से संचालित सदगुरू किराना एंड जनरल स्टोर पर जेसीबी चली। इससे पहले समझाइश दी गईऔर दुकान का सामान हटवा लिया गया। बाद में जेसीबी से दुकान तोड़ दी गई। फिर राधा देवी की चाय दुकान और फिर शारदा मां के मंदिर पर जेसीबी पहुंची। यहां जैसे ही जेसीबी ने मंदिर की जाली तोड़ी वहां मौजूद मंदिर से जुड़े लोग हंगामा करने लगे और जेसीबी के सामने आ खड़े हुए।यहां रेलवे, आरपीएफ के अमले के साथ रहवासियों की खूब बहस हुई। लेकिन रेलवे ने हर स्तर पर यह साबित किया कि रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण किया गया है, इसलिए इसे तो तोडऩा ही होगा। आप खुद तोड़ लो खूब वक्त दिया है, अब आखरी मौका फिर दे रहे हैं, यह कहकर जेसीबी आगे बढ़ा दी गई।
अतिक्रमण में पीएचई ऑफिस का एक हिस्सा भी
रे लवे ने अपने सीमांकन में जहां सद$गुरू किराना स्टोर से मार्किंग शुरू की, वहीं पंथी का मकान, शारदा माता मंदिर और आराम लॉज के साथ ही साईंबाबा का मंदिर, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी अधिकारी का दफ्तर भी रेलवे की जद में आ गया। रेलवे के पिलर अंदर तक लगा दिए गए हैं। इससे लोगों में हड़कम्प मचा हुआ है।
रे लवे ने अपने सीमांकन में जहां सद$गुरू किराना स्टोर से मार्किंग शुरू की, वहीं पंथी का मकान, शारदा माता मंदिर और आराम लॉज के साथ ही साईंबाबा का मंदिर, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी अधिकारी का दफ्तर भी रेलवे की जद में आ गया। रेलवे के पिलर अंदर तक लगा दिए गए हैं। इससे लोगों में हड़कम्प मचा हुआ है।
लाइट काटी, पाइप लाइन भी फूटी
अतिक्रमण हटाते समय सबसे पहले कोने वाली दुकान की लाइट काट दी गई, मेन लाइन काट दिए जाने से पूरे क्षेत्र की लाइट चली गई। इसी तरह जेसीबी से पिलर के लिए खोदे गए गढ्ढे के कारण पाइप लाइनभी टूट गई। हालांकि रेलवे ने इसे सुधरवाने और किसी का बेवजह नुकसान नहीं होने देने की बात कही है।
अतिक्रमण हटाते समय सबसे पहले कोने वाली दुकान की लाइट काट दी गई, मेन लाइन काट दिए जाने से पूरे क्षेत्र की लाइट चली गई। इसी तरह जेसीबी से पिलर के लिए खोदे गए गढ्ढे के कारण पाइप लाइनभी टूट गई। हालांकि रेलवे ने इसे सुधरवाने और किसी का बेवजह नुकसान नहीं होने देने की बात कही है।