सुबह 10 बजे शिविर शुरु हुआ। इस दौरान महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. कुसुम गर्ग, डॉ. सौरभ जैन आदि ने मरीजों का उपचार किया। पंजीयन कराने और उपचार के लिए महिला-पुरुषों के साथ ही युवक-युवतियों की भीड़ रही। सबसे ज्यादा महिला मरीजों ने जांच और उपचार करवाया। सबसे ज्यादा मरीज सर्दी-जुखाम सहित सामान्य बीमारियों के रहे। बीपी और शुगर के भी कुछ मरीज सामने आए। जिन्हें इसकी रोकथाम के उपाए डॉक्टर्स द्वारा बताए गए। दोपहर डेढ़ बजे तक १५० से अधिक मरीजों ने जांच कर उपचार करवाया।
एड्स के प्रति किया जागरूक
इस दौरान मप्र एड्स नियंत्रण कंट्रोलर समिति की प्रोजेक्ट ऑफिसर रश्मि शेशु, मां-बेटी संस्था की काउंसलर ज्योति शर्मा, पिंकी अहिरवार, अंकिता शर्मा ने महिलाओं को एड्स के प्रति जागरूकता संबंधी जानकारी दी और एड्स से बचाव के तरीके बताए। एचएलएफपीपीटी के दर्पण चौबे ने बताया कि सफाई कर्मचारियों और उनके परिवारों के स्वास्थ्य की जांच के लिए प्रदेश में सात शिविर लगाए जाने हैं। इसी कड़ी में विदिशा में पहला शिविर आयोजित किया गया।
इस दौरान मप्र एड्स नियंत्रण कंट्रोलर समिति की प्रोजेक्ट ऑफिसर रश्मि शेशु, मां-बेटी संस्था की काउंसलर ज्योति शर्मा, पिंकी अहिरवार, अंकिता शर्मा ने महिलाओं को एड्स के प्रति जागरूकता संबंधी जानकारी दी और एड्स से बचाव के तरीके बताए। एचएलएफपीपीटी के दर्पण चौबे ने बताया कि सफाई कर्मचारियों और उनके परिवारों के स्वास्थ्य की जांच के लिए प्रदेश में सात शिविर लगाए जाने हैं। इसी कड़ी में विदिशा में पहला शिविर आयोजित किया गया।