scriptखस्ताहाल कमरे में लग रहीं माध्यमिक से लेकर हायर सेकंडरी की कक्षाएं | Secondary to higher secondary classes taking place in decaying rooms | Patrika News

खस्ताहाल कमरे में लग रहीं माध्यमिक से लेकर हायर सेकंडरी की कक्षाएं

locationविदिशाPublished: Dec 09, 2019 01:26:23 pm

Submitted by:

Anil kumar soni

– जान जोखिम में डालकर पढऩे को मजबूर विद्यार्थी- विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय, जिम्मेदार मौन

सिरोंज। इस तरह खस्ताहाल हो रहा स्कूल भवन।

सिरोंज। इस तरह खस्ताहाल हो रहा स्कूल भवन।

सिरोंज। ग्राम रूसल्ली साहू स्थित शासकीय माध्यमिक शाला के खस्ताहाल भवन में एक कक्ष में माध्यमिक से हायर सेकंडरी स्कूल संचालित हो रहा है। जहां कक्षा छह से लेकर 12 तक की कक्षाएं लगती हैं और विद्यार्थी यहां जान जोखिम में डालकर पढऩे को मजबूर हैं, लेकिन जिम्मेदार समस्या के निराकरण की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

इस जर्जर हो रहे एक कमरे की क्षमता 40 विद्यार्थियों की है, लेकिन यहां क्षमता से डेढ़ गुना ज्यादा 60 बच्चों को बिठाकर पढ़ाया जाता है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब एक ही कक्ष में माध्यमिक, हाई और हायर सेकंडरी स्कूल संचालित होता है, तो बच्चों की पढ़ाई कैसी होती होगी। ऐसे में इस स्कूल में पढऩे वाले बच्चों का भविष्य अंधकारमय बना हुआ है और बच्चों को पढ़ाने के नाम पर शिक्षा विभाग द्वारा सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।
व्यवस्थित प्रयोगशाला तक नहीं
यहां हासें के बच्चों के लिए व्यवस्थित प्रयोगशाला के तक इंतजाम नहीं हैं। वहीं लायब्रेरी के नाम पर भी खानापूर्ति करते हुए बरामदे में लगाई जाती है। मालूम हो कि जिस जर्जर भवन में हायर सेकंडरी स्कूल की कक्षाएं संचालित की जा रहीं हैं, वह भवन माध्यमिक स्कूल की कक्षाओं के लिए बनाया गया था, लेकिन हाई या हायर सेंडरी स्कूल भवन के अभाव में इसी भवन में हाई और हायर सेकंडरी की कक्षाएं लगाई जा रही हैं। वहीं प्रति वर्ष विद्यार्थियों की संख्या बढऩे जाने के कारण अब यह समस्या भी बढ़ती जा रही है।
2 करोड़ स्वीकृत फिर भी नहीं बन पाया भवन
हासें स्कूल के लिए नए भवन की घोषणा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा वर्षों पूर्व की गई थी। इसके बाद अधिकारियों ने यहां का निरीक्षण भी किया था, लेकिन उस वक्त जगह की कमी की बात समने आई थी। लेकिन कुछ समय बाद जगह भी मिल गई और भवन निर्माण के लिए 2 करोड़ की राशि भी स्वीकृत हुई, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के कारण वर्षों बाद भी यहां हासें स्कूल भवन नहीं बन सका। जिसका खामियाजा स्कूल में पढऩे वाले विद्यार्थियों को उठाना पड़ रहा है।
जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
ग्रामीणों का कहना है इस स्कूल में पढऩे वाले बच्चों का भविष्य अंधकारमय बना हुआ है, लेकिन शिक्षा विभाग अधिकारी, प्रशासन या स्थानीय जनप्रतिनिधी इस समस्या के निराकरण की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
दो वर्ष पूर्व हायर सेकंडरी स्कूल भवन निर्माण के लिए लगभग 2 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत हुई थी। लेकिन अभी तक भवन निर्माण की दिशा में कोई पहल नहीं हुई। इस कारण माध्यमिक स्कूल भवन में ही हायर सेकंडरी की कक्षाएं संचालित की जा रही हैं।
– रामभरोसी अहिरवार, प्रभारी प्राचार्य, रुसल्ली साहू
हासें स्कूल के लिए भवन निर्माण स्वीकृत होने के बाद भी क्यों नहीं बन पाया है। इस पूरे मामले को हम दिखवाते हैं। इस मामले में प्राचार्य प्रस्ताव भेजते हैं, तो हम उपर भेजेगें।
– एसएस बिसेेन, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सिरोंज
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