देशभर से आए किन्नरों की कलश यात्रा जब मुख्य मार्ग से निकलने लगी, तो सोने के गहनों से लदे किन्नरों को देखकर लोग दंग रह गए, शहर के जिस मार्ग से यह यात्रा निकली फूलों की बारिश से उनका भव्य स्वागत किया गया, इस अवसर पर आकर्षक रूप से सजे हुए किन्नरों ने नाचते गाते धूम मचाते हुए इस आयोजन का लुत्फ लिया, उन्हें देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिसके कारण शहर के मुख्य मार्गों पर भी जाम लग गया था।
जगह-जगह पुष्पवर्षा कर देश भर के किन्नरों की इस शोभायात्रा का स्वागत किया गया। माधवगंज से कलश यात्रा निकली और वहां भोलेनाथ का पूजन हुआ, इसके बाद शहर के मुख्य मार्र्गों से नाचते-गाते किन्नरों ने किड़ी वाले बाबा की दरगाह पर चादर चढ़ाई। हर किन्नर के मुंह से यही निकल रहा था कि हम सबकी खुशियों की दुआओं के लिए यहां आए हैं और दुआएं ही बांट रहे हैं।
विनायक वैंक्यूट हॉल में चल रहे किन्नर सम्मेलन के तहत गुरुवार को मुख्य समारोह था। सभी किन्नर अपने-अपने अनूठे अंदाज और फैशन से सजे-धजे नाचते-गाते चल पड़े थे कागदीपुरा से नीमताल और पुराने अस्पताल होते हुए माधवगंज की ओर।
भोपाल की किन्नर नायक सुरैया अपने अंदाज से सबके आकर्षण का केंद्र बनीं। उनके सिर पर सोने का भव्य मुकुट देख लोगों की आंखें फटी रह गईं।
दिल्ली से आईं किन्नर सिमरन ने बताया कि उनके साथ पांच किन्नर दिल्ली से आए हैं। वे बोलीं कि हम सम्मेलन और इस शोभायात्रा के जरिए लोगों को और उनके बच्चों को दुआएं बांटते हैं। यह खुशी बांटने का सम्मेलन है।