मुरम और बजरी के अवैध उत्खनन में सरकारी और निजी ठेकेदार भी पीछे नहीं हैं। वे बेधड़क होकर अवैध उत्खनन करने में लगे हुए हैं। नदी को छलनी कर बजरी निकाल रहे हैं, तो जमीन को छलनी कर मुरम, कोपरा आदि निकाला जा रहा है। वहीं इसी अवैध उत्खनन का उपयोग सरकारी निर्माणों में किया जा रहा है। ऐसे में जिम्मेदारों कि मिलीभगत के कारण इन पर कार्रवाई नहीं हो पाती है।
कमलिया में जब्त किए गए डम्फर और पोकलेन मशीन के मामले में जुर्माने की कार्रवाई के लिए प्रकरण बनाकर एसडीएम को भेज दिया गया है। जिसके बाद उनके द्वारा ही जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। वहीं शिवपुरी के सड़क ठेकेदार द्वारा सड़क बनाने के लिए बड़े पैमाने पर मुरम का अवैध उत्खन्न किया जा रहा है। दिन रात पोकलेन मशीन से मुरम का अवैध उत्खन्न करने के लिए बड़ी संख्या मे डम्फर से इस काम को अंजाम दिया जा रहा था।
शासकीय भूमि से निकाल रहे थे मुरम
जिस जगह से मुरम निकाली जा रही थी, वह शासकीय भूमि है। जिसकी सूचना एसडीएम को पत्रिका ने दी गई तो उन्होने तत्काल तहसीलदार अजय शर्मा को कार्रवाई करने के लिए कमलियों भेजा तो उन्हे मौके पर दो डम्फर मुरम से भरे और पोकलेन मशीन जब्त की।
जिस जगह से मुरम निकाली जा रही थी, वह शासकीय भूमि है। जिसकी सूचना एसडीएम को पत्रिका ने दी गई तो उन्होने तत्काल तहसीलदार अजय शर्मा को कार्रवाई करने के लिए कमलियों भेजा तो उन्हे मौके पर दो डम्फर मुरम से भरे और पोकलेन मशीन जब्त की।
बगैर अनुमति कर रहे थे उत्खनन
तहसीलदार ने जब मुरम निकालने की अनुमति मंागी तो कोई अनुमति पत्र नहीं मिला। जिसके चलते तहसीलदार ने गांव के चौकीदार की सुर्पिदगी में पोकलेन मशीन को देकर मुरम से भरे दोनों डम्फर तहसीलदार जब्त कर अपने साथ लेकर आए और तहसील परिसर में खड़े करवाए। उनके द्वारा केवल डम्फरों के परिवाहन पर जुर्माने की कार्यवाही प्रस्तावित की है। जिसका उन्होने 40 हजार रुपए जुर्माना प्रस्तावित कर प्रकरण एसडीएम को भेज दिया है। वहीं ठेकेदार के द्वारा सड़क निर्माण के लिए पिछले कई दिनो से मुरम निकालने का काम किया जा रहा था जिसके चलते वहां पर बड़े पैमाने पर अवैध उत्खन्न किया गया। प्रशासन के द्रारा उत्खन्न के इस मामले को गम्भीरता से नहीं लिया जा रहा, तभी तो छोटी मोटी कार्रवाई की जा रही है। जिस हिसाब से उत्खन्न किया गया है उसको देखते हुए ठेकेदार ने लाखों का माल मौके से निकाल कर कई किलोमीटर लम्बी सड़क बनाने में डाला गया है।
तहसीलदार ने जब मुरम निकालने की अनुमति मंागी तो कोई अनुमति पत्र नहीं मिला। जिसके चलते तहसीलदार ने गांव के चौकीदार की सुर्पिदगी में पोकलेन मशीन को देकर मुरम से भरे दोनों डम्फर तहसीलदार जब्त कर अपने साथ लेकर आए और तहसील परिसर में खड़े करवाए। उनके द्वारा केवल डम्फरों के परिवाहन पर जुर्माने की कार्यवाही प्रस्तावित की है। जिसका उन्होने 40 हजार रुपए जुर्माना प्रस्तावित कर प्रकरण एसडीएम को भेज दिया है। वहीं ठेकेदार के द्वारा सड़क निर्माण के लिए पिछले कई दिनो से मुरम निकालने का काम किया जा रहा था जिसके चलते वहां पर बड़े पैमाने पर अवैध उत्खन्न किया गया। प्रशासन के द्रारा उत्खन्न के इस मामले को गम्भीरता से नहीं लिया जा रहा, तभी तो छोटी मोटी कार्रवाई की जा रही है। जिस हिसाब से उत्खन्न किया गया है उसको देखते हुए ठेकेदार ने लाखों का माल मौके से निकाल कर कई किलोमीटर लम्बी सड़क बनाने में डाला गया है।
-इनका है कहना…
-मौके से दो डम्फर मुरम का अवैध रूप से परिवाहन करते हुए जप्त किए गए हैं। जिनको तहसील परिसर में खड़ा किया गया है। पोकलेन मशीन को जब्त कर चौकीदार की सुपर्दिगी में वही पर रखा गया है। हम केवल परिवाहन पर जुर्माना प्रस्तावित करते हैं। पोकलेन मशीन पर एसडीएम जुर्माने की कार्रवाई करेंगे। – अजय शर्मा, तहसीलदार, सिरोंज
-मौके से दो डम्फर मुरम का अवैध रूप से परिवाहन करते हुए जप्त किए गए हैं। जिनको तहसील परिसर में खड़ा किया गया है। पोकलेन मशीन को जब्त कर चौकीदार की सुपर्दिगी में वही पर रखा गया है। हम केवल परिवाहन पर जुर्माना प्रस्तावित करते हैं। पोकलेन मशीन पर एसडीएम जुर्माने की कार्रवाई करेंगे। – अजय शर्मा, तहसीलदार, सिरोंज