scriptमिठाई विक्रेताओं ने नहीं पड़ने दिया बाजार पर GST का प्रभाव | Sweet vendors did not let GST influence on the market | Patrika News

मिठाई विक्रेताओं ने नहीं पड़ने दिया बाजार पर GST का प्रभाव

locationविदिशाPublished: Oct 18, 2017 03:12:14 pm

विदिशा में दीपोत्सव पर 50 टन से अधिक मिठाई की होगी खपत, जीएसटी लागू होने के बाद भी दाम पिछले साल जैसे।

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विदिशा। दीपोत्सव पर शहरवासी विभिन्न प्रकार की 50 टन से अधिक मिठाई खा जाते हैं। हालांकि इस बार जीएसटी का असर मिठाई बाजार में है, जिससे मिठाई विक्रेताओं का मुनाफा कम हो गया है, लेकिन इसका ग्राहकों पर कोई असर नहीं पड़ा और मिठाई की जमकर खरीदारी हो रही है। बुधवार को सुबह से ही मिठाई दुकानों पर ग्राहक पहुंचने लगे थे। 200 रुपए से लेकर 800 रुपए किग्रा तक की मिठाई बाजार में उपलब्ध है। कई दुकानदारों ने सड़क पर चार से छह फीट तक पलंग बिछाकर मिठाई दुकान को बढ़ा दिया है।

कम मार्जिन में कम फायदा
मिठाई विक्रेताओं के अनुसार मावा की मिठाई पर पांच प्रतिशत और ड्रायफू्रट्स पर 25 प्रतिशत जीएसटी लगने के कारण मिठाई की लागत बढ़ गई है, लेकिन मिठाई के दाम नहीं बढ़ पाए। इस कारण ग्राहकों को तो पिछले साल वाले दामों पर ही मिठाई मिल रही है, लेकिन उन्हें मार्जिन कम मिलने के कारण उनका फायदा कम हो गया है। मिठाई विक्रेताओं के अनुसार फिर भी प्रत्येक बड़ी मिठाई दुकानों से दो से आठ टन तक मिठाई बिक जाती है। वहीं प्रत्येक छोटी मिठाई दुकान से १० क्विंटल से लेकर एक टन मिठाई की बिक्री हो जाती है। वहीं ड्रायफू्रट्स की भी जबरदस्त मांग है।

पारंपरिक मिठाइयों की ज्यादा मांग
अंचल की परंपरागत शकर की रंगीन मिठाई की खपत भी शहर में 50 क्विंटल के आंकड़े को पार कर जाती है। इसके अलावा बाजार में हाथ ठेलों पर भी मिठाई बिक रही है। इस प्रकार सभी प्रकार की मिठाई मिलाकर करीब 50 टन तक मिठाई की बिक्री हो जाती है। बृज स्वीट्स संचालक भानू नेमा ने बताया कि मिठाई के कच्चे मटेरियल के दामों में जीएसटी के कारण 20 से 25 प्रतिशत बढ़ोतरी हो गई है। जिससे मिठाई लागत बढ़ गई है पर मिठाई के दाम नहीं बढ़ाए गए हैं। जिससे उनका लाभ कम हो गया है। इसी प्रकार गोपाल स्वीट्स के अंकित नेमा ने बताया कि ड्रायफूट्स पर २५ प्रतिशत से अधिक जीएसटी लगने से उनका लाभ कम हो गया है। जबकि ग्रहकी के चक्कर में मिठााई के दाम नहीं बढ़ा पा रहे हैं।

200 से 200 रुपए तक मिठाई उपलब्ध
बृज स्वीट्स के भानू नेमा ने बताया कि उनके यहां 200 रुपए किग्रा से लेकर 800 रुपए किग्रा तक मिठाई उपलब्ध है। नेमा के अनुसार मिल्क केक 320 रुपए किग्रा, मलाई बर्फी 320, काजू कतली 480, बंगाली मिठाई 320, सोनपपड़ी 230 रुपए किग्रा बिक रही है। इसी प्रकार ड्रायफूट्स 500 से 800 रूपए किग्रा बिक रही है। उन्होंने बताया कि उनके यहां दूध से बनी मिठाइयां ही उपलब्ध हैं। बाजार के मावे की कोई मिठाई नहीं बनाई है।

80 रुपए किलो मिठाई भी उपलब्ध
इसी प्रकार गोपाल स्वीट्स के अंकित ने बताया कि उनके यहां 200 रुपए से लेकर 400 रुपए किग्रा तक दूध से बनी मिठाईयां हैं। इसके अलावा ड्रायफूट्स, सोनपपड़ी और बंगाली आदि मिठाई की विभिन्न वैरायटियां उपलब्ध हैं। डालचंद कुशवाह के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र की परंपरागत शकर की रंगीन मिठाई 80 रुपए किग्रा में बिक रही है।

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