शुक्रवार की दोपहर जैसे ही विदिशा नगरपालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन को अपने घर पर फोन से उम्मीदवारी फाइनल होने की सूचना मिली तो वे खुशी से झूम उठे। इसके बाद उनके घर बधाई देने और जश्न मनाने वालों का तांता लगने लगा। वे तत्काल रंगई स्थित बाढ़ वाले गणेश मंदिर पहुंचे और मत्था टेककर भगवान से आशीर्वाद लिया। वे दुर्गानगर स्थित ज्वाला देवी के दरबार में भी पहुंचे और वहां भी देवी का आशीर्वाद लिया।
उनके घर दिन भर बधाई देने वालों की भीड़ लगी रही। भाजपा प्रत्याशी बने मुकेश टंडन ने पत्रिका से कहा कि उनकी प्राथमिकता में अब विदिशा नगर की तरह पूरे विधानसभा क्षेत्र को विकास की मूलधारा में शामिल करने की है। गुलाबगंज को नगर पंचायत का दर्जा दिलाएंगे। हलाली की ऊँचाई बढवाकर उससे सिंचाई का रकबा बढ़वाएंगे, मकोडिय़ा बांध बनवाकर किसानों की सिंचाई की समस्या को हल कराएंगे, ये सब मेरी प्राथमिकता में रहेंगे।
उन्होंने टिकट देने के लिए भाजपा और सीएम शिवराज सिंह चौहान का धन्यवाद दिया है। उधर सिरोंज में पूर्व मंंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के स्थान पर उनके छोटे भाई उमाकांत शर्मा को भाजपा का प्रत्याशी घोषित किया गया। उनके नाम की घोषणा होते ही सिरोंज में जश्न मनाया जाने लगा। उनके समर्थक ढोल नगाड़े पर डांस करने लगे। उमाकांत ने सिरोंज पहुंचते ही सबसे पहले डांगवाली महामाई मंदिर और गणेश की अथाई में भगवान के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। उमाकांत शर्मा ने कहा कि यह टिकट यूं तो भाई साहब(लक्ष्मीकांत शर्मा)को मिलना था, लेकिन अब पार्टी का आदेश है, इसलिए हर कुर्बानी को तैयार हूं।
सिरोंज से भाजपा प्रत्याशी बनाए गए उमाकांत शर्मा १० वर्ष की उम्र से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़कर संघ की शाखाओं में जाने लगे थे, इसके बाद वे अभाविप से जुड़े, आरएसएस में विभिन्न दायित्वों को निभाया। सरस्वती शिशु मंदिर विदिशा के प्रधानाचार्य रहे, भाजपा से सक्रिय रूप से जुडऩे के बाद उन्होंने जिलाध्यक्ष पद का दायित्व भी निभाया और उनके नेतृत्व में भाजपा ने जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की।
वे अब प्रदेश भाजपा के कार्यकारिणी सदस्य हैँ। व्यापम घोटाले में आरोपी होने के कारण पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को टिकट न देकर उनके भाई उमाकांत शर्मा को भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है।