एक माह बाद भी दुरुस्त होकर नहीं लौटी फायर ब्रिगेड, दूसरी सुधरने ही नहीं भेजी
आग की घटनाएं बढऩे के बाद भी अनदेखी
विदिशा
Published: April 03, 2022 11:37:27 pm
विदिशा। जिले में आग की वारदातें बढऩे लगी है, लेकिन आग बुझाने के इंतजामों को दुरुस्त नहीं रखा जा रहा है। अनदेखी यहां तक कि एक फायर ब्रिगेड एक माह से भोपाल सुधरने गई है जो अब तक नहीं वापस नहीं लौटी जबकि दूसरी फायर ब्रिगेड एक वर्ष से खराब है पर उसे सुधरवाया नहीं जा रहा। ऐसे में नपा के पास पांच बड़ी फायर ब्रिगेड है लेकिन तीन बड़ी फायर ब्रिगेड से ही काम चलाया जा रहा है। अब एक ही दिन में आठ से दस छोटी बड़ी आग की घटनाएं सामने आ रही और फायर ब्रिगेड के इंतजाम कम पडऩे लगे हैं।
मालूम हो कि पिछले एक माह में अब तक करीब 100 स्थानों पर आग की घटना हो चुकी है और अब यह घटनाएं लगातार बढऩे लगी। फायर ब्रिगेड से जुड़े कर्मचारियों के मुताबिक हर दिन आठ से दस स्थानों पर छोटी बड़ी आग की घटना हो रही और फायर ब्रिगेड वहां पहुंच रही। कर्मचारियों के मुताबिक वर्तमान में नपा के पास बड़ी फायर ब्रिगेड पांच है लेकिन तीन बड़ी फायर ब्रिगेड एवं क्विक रिस्पांस छोटी फायर ब्रिगेड ही सड़कों पर दौड़ पा रही। एक वाहन एक माह पूर्व सुधरने के लिए भोपाल भेजा गया था जो अब तक वापस नहीं आ सका वहीं दूसरी फायर ब्रिगेड एक वर्ष से खराब है। इसकी मरम्मत के लिए टैंडर भी हो चुके लेकिन इस वाहन को मरम्मत के लिए भोपाल नहीं भेजा सका है। ऐसे में एक साथ कई स्थानों पर आग की घटना होने पर सभी जगह समय पर पहुंच पाना मुश्किल बना हुआ है।
इधर जल रही फसल, आक्रोशित हो रहे किसान
हालत यह कि जिले में इन दिनों गेहूं की पकी फसल खेतों में खड़ी है। इन खेतों में विभिन्न कारणों से आग लग रही जिससे किसानों की लाखों रुपए की फसल आग में खाक हो रही। एक दिन पूर्व ही शमशाबाद क्षेत्र में पिपलधार धोबीखेड़ा के बीच डेढ़ सौ बीघा फसल आग में जल गई। इससे पूर्व भी जिले में कई स्थानों पर आग की घटनाएं हो चुकी और किसानों की खून पसीने की फसल आग की भेंट चढ़ चुकी है। इससे किसानों का आक्रोश भी बढ़ रहा है और किसान समय पर फायर ब्रिगेड न पहुंचने व आग बुझाने के अन्य कोई विकल्प नहीं होने से आंदोलित होने लगे हैं।
यहां नहीं फायर ब्रिगेड, कैसे बुझे आग
मिली जानकारी के अनुसार जिले में ग्यारसपुर, गुलाबगंज, नटेरन आदि स्थानों पर फायर ब्रिगेड नहीं है। जबकि कुरवाई, बासौदा, शमशाबाद, विदिशा, लटेरी, सिरोंज में उपलब्ध है, लेकिन अन्य स्थानों पर आग लगने की स्थिति में फायर ब्रिगेड को पहुंचने के लिए 40 किमी तक की दूरी तय करने की नौबत बन रही और ऐसे में मौके पर पहुंचने पर समय अधिक लग जाता है और इस बीच आग सभी कुछ भस्म कर जाती है। कर्मचारियों का कहना है कि खेतों में नरवाई की आग भी बुझाने जाना पड़ रहा लेकिन कोई प्रकरण दर्ज नहीं होने से नरवाई की आग लगने से नहीं रुक रही है।
हादसे से नहीं लिया सबक
मालूम हो कि करीब छह वर्ष पूर्व जिला मुख्यालय के समीपी गांव में बरबटपुरा में नरवाई की आग से मजदूरों की 40 घरों की पूरी बस्ती जल गई थी। सिर्फ दो फायर ब्रिगेड यहां पहुंच पाई थी। लोगों ने अपने आपको एवं बच्चों को सुरक्षित किया और कई दिनों तक शिविर में रहना पड़ा था। शासन को लाखों रुपए मुआवजा देना पड़ा। इस घटना में दो किसानों के खिलाफ नरवाई में आग लगाने पर एफआईआर दर्ज की गई थी। इस बड़ी बर्बादी और हादसे के बाद भी जिला प्रशासन ने अब तक कोई सबक नहीं लिया और फायर ब्रिगेड जैसी जरूरतों की पूर्ति जिले में नहीं हो पा रही है।
वर्जन
नपा के पास तीन फायर बिग्रेड बड़ी एवं एक छोटी क्विक रिस्पांस है। एक फायर ब्रिगेड सुधरने भेजी थी लेकिन अधिक काम होने के कारण उसे पूरी तरह नया बनवाया जा रहा जिसमें करीब साढ़े सात लाख का खर्चा है। करीब १५ दिन में यह फायर ब्रिगेड आ जाएगी। वहीं दूसरी फायर ब्रिगेड पूरी तरह खराब होकर अनुपयोगी हो गई। इसलिए उसे सुधार के लिए नहीं भेजा है।
-सुधीरसिंह, सीएमओ

एक माह बाद भी दुरुस्त होकर नहीं लौटी फायर ब्रिगेड, दूसरी सुधरने ही नहीं भेजी
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