विदिशा शहर इन दिनों कोरोना के लिए हॉट स्पॉट बन चुका है। ऐसे में प्रशासन और पुलिस अपने-अपने ढंग से लोगों को सचेत करने और जागरुकता के प्रयासों में लगी है। रविवार को दिन में जहां एसपी विनायक वर्मा ने विभिन्न बस्तियों की गलियों में पहुंचकर लॉक डाउन में लोगों से अपने घरों में ही सुुरक्षित रहते हुए सावधान रहने को कहा, वहीं कलेक्टर डॉ. पंकज जैन भी रात को चौराहों पर नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई के दौरान मौजूद रहकर अपनी टीम का हौंसला बढ़ाए रखे। सोमवार को नीमताल पर सुबह से पुलिस ने अपना टेंट लगाकर मैं कोरोना दूत हूं….का कैंप किया। यहां पुलिस की टीम तैनात रही और बिना मास्क के आते-जाते लोगों को पकड़कर उनके हाथ पर सील लगाई और फिर ओपन जेल पहुंचाकर उनसे कोरोना से सुरक्षित रहने के उपायों पर निबंध लिखवाया। इस दौरान कुछ लोगों के चालान भी बनाए गए। ऐसे लोग जिनके चालान बने हैं और जिनके हाथों पर सील लगी है, वे यदि फिर बिना मास्क के शहर मेें मिलते हैं तो इन पर पुलिस दंडात्मक कार्रवाई करेगी। इतना ही नहीं, पुलिस ने ऐसे लोगों को मास्क का महत्व बताने के लिए बैनर भी लगा रखा है कि-ये मास्क है प्याज नहीं, इसे जेब में नहीं रखें, चेहरे पर लगाएं। जागरुकता के लिए पुलिस के इस नवाचार की दिन भर शहर में खूब चर्चा रही।