scriptकृष्ण-बलदाऊ के अनूठे श्रीजी मंदिर में मनी दीवाली | the unique Shreeji temple of Krishna-Baldau | Patrika News

कृष्ण-बलदाऊ के अनूठे श्रीजी मंदिर में मनी दीवाली

locationविदिशाPublished: Oct 15, 2020 10:00:42 pm

Submitted by:

govind saxena

श्रीजी के मंदिर में दीपावली उत्सव मनाया गया

कृष्ण-बलदाऊ के अनूठे श्रीजी मंदिर में मनी दीवाली

कृष्ण-बलदाऊ के अनूठे श्रीजी मंदिर में मनी दीवाली

विदिशा. धर्म-संस्कृति की नगरी विदिशा में एक ऐसा भी मंदिर है जहां राधा-कृष्ण नहीं बल्कि कृष्ण-बलराम के श्री विग्रह विराजे हैं। यह दुर्लभ मंदिर नंदवाने में श्रीजी के मंदिर के नाम से जाना जाता है। जिसमें करीब दो सौ साल पुरानी कृष्ण बलदाऊ की निधियों की अष्टमयाम सेवा पुष्टिमार्गीय पद्यति से होती है। पुरषोत्तम मास में यहां साल भर के त्यौहारों की परंपरा निभाई गई। धनतेरस के बाद गुरूवार को दीपावली का त्यौहार मना और शुक्रवार 16 अक्टूबर को अन्नकूट महोत्सव के साथ अधिकमास के उत्सव का समापन होगा। दीपावली उत्सव के दौरान श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी के सामने और मंदिर परिसर में दीप जलाकर उत्सव मनाया और फूलों की रंगोली बनाई।

मंदिर सेवा से जुड़े मुखिया मनेंद्र शर्मा और हवेली संगीत से जुड़े मनमोहन शर्मा बताते हैं कि इस दुर्लभ मंदिर में भगवान के बाल स्वरूपों की अष्टमयाम सेवा होती है। यहां राधा जी नहीं, बल्कि बालरूप कृष्ण और बलराम हैं। दिन में आठ बर इन निधियों की सेवा होती है, यही पुष्टिमार्गीय अष्टमयाम की परंपरा है। यूं तो मंदिर में साल भर का हर उत्सव मनता है, लेकिन पुरषोत्तम मास में साल भर के सभी उत्सव एक माह में भी मनाए जाते हैं। इस बीच श्रीजी के सम्मुख हवेली संगीत गूंजता रहता है। धनतेरस से अन्नकूट तक ठाकुर जी को चांदी के विमान में विराजित किया जाता है, जिसे हटरी कहते हैं। जबकि आम दिनों में ठाकुर जी अपने परंपरागत सिंहासन पर विराजते हैं। मंदिर के मुखिया मनेंद्र शर्मा बताते हैं कि मंदिर में ठाकुर जी की पूरी सेवा और उत्सव परिवार के बुजुर्ग वेणी माधव शर्मा के निर्देेशन में होती है। हमारी पांचवीं पीढ़ी मंदिर में ठाकुर जी की सेवा में है। मंदिर में अन्नकूट का आयोजन शुक्रवार को शाम 6 बजे से होगा।

ट्रेंडिंग वीडियो