—– आवागमन रहा बंद पानी अधिक होने से त्योंदा से कजरई, खामखेड़ा, पचपीपरा, सेमरा,पिपरिया दौलत, पिपराहा,करई कला, खैरोदा, सहित एक दर्जन गांव का आवागमन बंद रहा। जिससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
— 2250 हेक्टेयर से अधिक भूमि में होती है सिचाई इस बांध से लगभग 20 किलो मीटर लंबी एलबीसी और आरबीसी नहरों से क्षेत्र के किसानों को खेत मे सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाता है। सीजन में लगभग 17 से अधिक गांव के किसान पलेवा सिंचाई के लिए बांध का पानी उपयोग करते हैं। जिससे 2250 हेक्टेयर से अधिक भूमि की सिचाई की जाती है।