मालूम कि शहर में ईदगाह चौराहे एवं नीमताल गांधी चौक पर यह ट्रैफिक सिंग्नल लगाए गए, लेकिन पूर्व में कुछ समय ठीक चलने के बाद लगातार इनमें खराबी आ रही और पिछले करीब 15 दिन से दोनों चौराहों के सिंग्नल बंद हैं। इलेक्ट्रोड्स इंडिया प्रा.लि. के सिंग्नल इंजीनियर विपिन कटियार ने बताया कि ईदगाह चौराहे पर एक पेड़ की छांव यहां लगी 150 वाट की प्लेट पर पड़ रही है। इससे अन्य प्लेटें भी काम नहीं कर रही। पूरा सिस्टम वायरलेस से जुड़ा है। एक भी प्लेट गड़बड़ होने पर सभी प्लेटें काम करना बंद कर देती है। इसलिए सिंग्नल बंद होने की स्थिति बनी है। इस पेड़ की छंटाई की जाना है। इसके लिए नगर पालिका से बात हो चुकी है।
प्लेटों की क्षमता भी बढ़ाएंगे
उन्होंने बताया कि दोनों चौराहों पर एक-एक प्लेट 150-150 वाट की एवं शेष 8 प्लेटें 75-75 वाट की हैं। इनमें सभी 75 वाट की प्लेटों को 150 वाट की किया जाएगा। बैटरी की गुणवत्ता भी देखी जाएगी। अगर कहीं कोई खराबी है तो इन्हें दुरुस्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई शहरों में 75 वाट की सोलर प्लेटों से ही सिंग्नल चल रहे हैंै फिर भी यहां इन प्लेटों के वाट बढ़ाए जा रहे ताकि सिंग्नल चालू रहने में किसी भी तरह का अवरोध न आए।
उन्होंने बताया कि दोनों चौराहों पर एक-एक प्लेट 150-150 वाट की एवं शेष 8 प्लेटें 75-75 वाट की हैं। इनमें सभी 75 वाट की प्लेटों को 150 वाट की किया जाएगा। बैटरी की गुणवत्ता भी देखी जाएगी। अगर कहीं कोई खराबी है तो इन्हें दुरुस्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई शहरों में 75 वाट की सोलर प्लेटों से ही सिंग्नल चल रहे हैंै फिर भी यहां इन प्लेटों के वाट बढ़ाए जा रहे ताकि सिंग्नल चालू रहने में किसी भी तरह का अवरोध न आए।
सिस्टम पर उठाए सवाल
इधर समाजसेवी प्रमोद व्यास ने इस सिस्टम पर सवाल उठाए। उनका कहना कि एक पेड़ की छांव से दोनों चौराहों पर सिस्टम नहीं चल पाना हजम होने वाली बात नहीं है, क्योंकि सिस्टम शुरुआती कुछ दिनों बेहतर चला। ऐसी भी स्थिति बनी कि एक चौराहे पर सिंग्नल बंद थे तो दूसरे चौराहे पर चालू। ऐसे में एक प्लेट पर छांव आने पर दूसरे चौराहे पर भी सिंग्नल बंद होना बात उचित नहीं लग रही। लाखों के इस कार्य में कहीं कोई कमी छुपाई जा रही है।
इधर समाजसेवी प्रमोद व्यास ने इस सिस्टम पर सवाल उठाए। उनका कहना कि एक पेड़ की छांव से दोनों चौराहों पर सिस्टम नहीं चल पाना हजम होने वाली बात नहीं है, क्योंकि सिस्टम शुरुआती कुछ दिनों बेहतर चला। ऐसी भी स्थिति बनी कि एक चौराहे पर सिंग्नल बंद थे तो दूसरे चौराहे पर चालू। ऐसे में एक प्लेट पर छांव आने पर दूसरे चौराहे पर भी सिंग्नल बंद होना बात उचित नहीं लग रही। लाखों के इस कार्य में कहीं कोई कमी छुपाई जा रही है।
कंपनी के लोगों को बुलवाया गया है। उनसे चर्चा कर सिस्टम को दुरुस्त कराया जाएगा। पेड़ संबंधी अगर समस्या तो उसे हल किया जाएगा।
-सत्येंद्र धाकरे, सीएमओ
-सत्येंद्र धाकरे, सीएमओ