video : हंगामा, नाराजगी और चुन लिया जिलाध्यक्ष
जयपुरPublished: Nov 08, 2015 10:42:00 pm
बूंदी में रविवार को भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष का चुनाव कराने आए
चिकित्सा मंत्री व चुनाव प्रभारी राजेन्द्र राठौड़ को कार्यकर्ताओं का जमकर
रोष झेलना पड़ा। कार्यकर्ताओं ने पहले सर्किट हाउस और बाद में बायपास रोड
स्थित होटल में राठौड़ के समक्ष न सिर्फ नाराजगी जाहिर की, बल्कि उनके
खिलाफ जमकर नारे भी लगाए।
बूंदी में रविवार को भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष का चुनाव कराने आए चिकित्सा मंत्री व चुनाव प्रभारी राजेन्द्र राठौड़ को कार्यकर्ताओं का जमकर रोष झेलना पड़ा। कार्यकर्ताओं ने पहले सर्किट हाउस और बाद में बायपास रोड स्थित होटल में राठौड़ के समक्ष न सिर्फ नाराजगी जाहिर की, बल्कि उनके खिलाफ जमकर नारे भी लगाए।
कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष का चुनाव कराने में राठौड़ पर मनमानी का आरोप लगा रहे थे। नाराजगी के चलते राठौड़ को दोनों ही जगहों से एकबार तो लौटना पड़ा। इस दौरान केशवरायपाटन विधायक व परिवहन राज्यमंत्री बाबूलाल वर्मा ने भी कार्यकर्ताओं से समझाइश के प्रयास किए, लेकिन कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ भी नारेबाजी की।
करीब चार घंटे तक चले हंगामे के बाद चुनाव प्रभारी राठौड़ फिर से मंडल अध्यक्ष और जिला प्रतिनिधियों के साथ बैठे। तब बूंदी विधायक अशोक डोगरा के नाम पर सहमति बनी। शाम करीब चार बजे राठौड़ ने सभी के सहमति पत्र बताते हुए डोगरा को निर्विरोध जिलाध्यक्ष घोषित किया।
यूं हुई हंगामे की शुरुआत
चुनाव प्रभारी राठौड़ सुबह साढ़े ग्यारह बजे सर्किट हाउस पहुंचे और कक्ष में वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद बाहर पार्क में आ बैठे। उन्होंने यहीं पार्क में मौजूद अन्य कार्यकर्ताओं को संगठन के चुनाव को लेकर जानकारी दी।
वे चुनाव आम सहमति से होने की बात कह रहे थे, तभी कुछ कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेता महिपत सिंह हाड़ा के समर्थन में नारे लगाना शुरू कर दिया। बात को परिवहन राज्यमंत्री बाबूलाल वर्मा ने संभाला, लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने।
यहीं पर बूंदी विधायक अशोक डोगरा के समर्थकों ने भी नारे लगाना शुरू कर दिया। जब राठौड़ पार्क से उठकर जाने लगे तभी कुछ कार्यकर्ताओं ने उनकी जैकेट पकड़ ली। इससे वे नाराज हो गए और कार्यकर्ताओं को जमकर लताड़ पिला दी।
जवाब में कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। बाद में हंगामा कर रहे लोग होटल पहुंच गए और वहां भी जमकर नारे लगाए। राठौड़ को वहां से भी लौटकर सर्किट हाउस आना पड़ा। वे अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे फिर होटल में पहुंचे और मंडल अध्यक्षों से चर्चा की।
सक्रिय राजनीति से संन्यास
सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए महिपत सिंह हाड़ा ने सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की, हालांकि मौजूद सभी कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया। इस दौरान हाड़ा की आंखें भर आई।
कुर्सियां पलटी तो बिफरे राठौड़
चुनाव स्थल होटल में कार्यकर्ताओं का हंगामा बढ़ता देख चुनाव प्रभारी राजेन्द्र राठौड़ होटल से बाहर आने लगे। तभी भाजपा कार्यकर्ताओं ने पांडाल में कुर्सियां पलटना शुरू कर दी और मंच को पलटने के लिए दौड़ पड़े। यह देख राठौड़ बिफर पड़े।
वे लौटकर पांडाल में पहुंचे और कुर्सियां पलट रहे कार्यकर्ताओं को पकड़ लिया। भाजपाइयों ने भी राठौड़ को घेर लिया और धक्का-मुक्की की नौबत आ गई। वहां मौजूद पुलिस उपअधीक्षक भंवर सिंह शेखावत और कोतवाली प्रभारी सुबोध कुमार सुरक्षा घेरा बनाकर राठौड़ को बाहर लाए।
प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल
राठौड़ ने बताया कि योगेन्द्र खींची, रूपेश शर्मा व महिपत सिंह हाड़ा प्रदेश प्रतिनिधि और शौकीनचंद्र राठौर पार्टी के विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे।
बुलाना पड़ा अतिरिक्त पुलिस बल
हंगामा देखकर सर्किट हाउस और बायपास स्थित होटल पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करना पड़ा। भाजपाई सुबह साढ़े ग्यारह बजे से ही हंगामा कर रहे थे।
भाजपा विशाल परिवार है। यहां मतभेद हो सकता है, लेकिन मनभेद किसी के बीच नहीं है। जिलाध्यक्ष पद के लिए बूंदी विधायक अशोक डोगरा का ही नाम आया था और इनके नाम पर ही सर्वसम्मति बनी है। हंगामे जैसा कुछ नहीं हुआ है।
राजेन्द्र राठौड़, चिकित्सा मंत्री एवं बूंदी चुनाव प्रभारी