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एक ही विषय के रख लिए दो-दो अतिथि शिक्षक

मामला उजागर होने के बाद अब प्राचार्य संशोधन की बात कर रहीं हैं…

विदिशाJan 06, 2019 / 01:35 pm

Amit Mishra

एक ही विषय के रख लिए दो-दो अतिथि शिक्षक

विदिशा/सिरोंज। विधानसभा चुनाव से पहले सरकार द्वारा अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वचन दिया गया था, जिसका लाभ अपने चहेतों को देने के लिए अब नियमों को ताक पर रखकर काम किया जा रहा है। अतिथि शिक्षकों को रखने के लिए ऐसा ही मामला शासकीय उमावि भगवंतपुर में सामने आया है। भगवंत हायर सेकंडरी स्कूल में सामाजिक विज्ञान विषय पर एक साथ दो अतिथि शिक्षकों को रखने का कारनामा सामने आया है। मामला उजागर होने के बाद अब प्राचार्य संशोधन की बात कर रही हैं और कम्प्यूटर की गलती बताकर अपनी लापरवाही पर पर्दा डाला जा रहा है।

अधिकारी नहीं कर रहे कोई पड़ताल…
ऐसा ही कई अन्य शालाओं में भी करते हुए अपने चहेतों को अतिथि शिक्षक के पद पर रख लिया गया है, इससे वर्षों से अतिथि शिक्षक के रूप में कार्य कर रहे लोगों को बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षा विभाग के ही सूत्रों की मानें तो अगर जिले की जांच हो जाए तो ऐसे अनेक प्रकरण सामने आएंगे और अतिथि शिक्षकों को रखने में हुए फर्जीवाड़े की पोल खुल जाएगी। अपने रिश्तेदारों और सगे संबंधियों को अतिथि शिक्षक के रूप में रखने के भी खूब मामले हैं। इसकी जानकारी विकासखंड के अधिकारियों को होने के बाद भी कोई पड़ताल नहीं की जा रही है।

 

अभिषेक दुबे कर रहे काम…
सूत्र बताते हैं कि यह काम सभी की मिली भगत से किया जा रहा है। नियम विरूद्ध रखे अतिथि शिक्षकों को हटाने की कोशिश भी नहीं की जा रही।भगवंतपुर में एक ही विषय के जो दो अतिथि शिक्षक रखने का मामला सामने आया है, उसमें सामाजिक विज्ञान विषय में पिछले पांच साल से अभिषेक दुबे काम कर रहे हैं।

पोर्टल पर एक ही विषय के दो-दो शिक्षक
इसके साथ ही इसी स्कूल में कार्यरत एक शिक्षक की पत्नी ममता नागर को भी इसी विषय में अतिथि शिक्षक पद पर रख लिया गया। हैरानी इस बात की है कि पोर्टल पर एक ही विषय के दो-दो शिक्षकों के नाम भी साफ दर्ज हो गए हैं। नियमिति करण की भनक लगते ही अपने सगे-संबंधियों को नियुक्ति दिलाने के लिए किस तरह के प्रयास चल रहे हैं इसका अंदाजा इसी प्रकरण से लगाया जा सकता है।

 

मिडिल स्कूल में नहीं खुल रहे विषय
एक तरफ हायर सेकण्डरी स्कूल में एक ही विषय के दो-दो लोगों को अतिथि शिक्षक बनाया जा रहा है, वहीं दूसरे ओर माध्यमिक शाला में विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषय ही नहीं खुल रहे हैं, इससे पुराने अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो गए हैं। इन लोगों ने चार माह तक ऑफलाइन फाइल जमा करके स्कूलो में शिक्षण कार्य किया है, इसका वेतन भी इन्हें अभी नहीं मिला है।

इनका कहना है-
मैंने चार महिने अतिथि शिक्षक के रूप में माध्यमिक शाला छापू में काम किया, लेकिन पोर्टल पर विज्ञान विषय खुल नहीं रहा है। देहरी हायर सेकेण्डरी स्कूल में आवेदन किया तो मुझे वहां के प्राचार्य ने कहा कि हमने दूसरे को रख लिया है। मैं बेरोजगार हो गया हूं पिछले छ: साल से अतिथि शिक्षक था।
फैजान खान

इसमें हमारी कोई गलती नही है। कम्प्यूटर की गलती के कारण ऐसा हुआ है जिसमें मैं सोमवार को संशोधन करवा दूंगी।
कल्पना जैन प्राचार्य, शा उमावि भगवतंपुर

एक विषय से दो अतिथि शिक्षक नहीं रख सकते। हम इसकी जांच करवाएंगे इसके बाद ही कार्रवाई के बारे में बता सकेंगे।
एचएन नेमा, जिला शिक्षा अधिकारी

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