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दोनों चचेरे भाई और इकलौते पुत्र थे इधर परिजन नरेंद्र दीक्षित ने बताया कि अमन दीक्षित एक बैंक में कर्मचारी था वहीं आयुष कक्षा 12वीं का छात्र है। दोनों आपस में चचेरे भाई एवं अपने-अपने परिवारों के इकलौते पुत्र थे। वे रामनवमी होने से बेतवा घाट गए थे। वहां मंदिर में आरती में भी शामिल हुए। दोपहर दो बजे से इन दोनों के मोबाइल फोन नहीं लग रहे थे। इससे चिंता हुई और उनकी तलाश शुरू की गई थी। बाद में बेतवा घाट पर उनकी मोटरसायकल व एक मोबाइल मिलने की जानकारी मिली। इधर सिविल लाइन पुलिस के मुताबिक सेल्फी लेने के दौरान एक भाई जब नदी में गिरा तो दूसरे भाई ने उसे बचाने का प्रयास किया जिससे दोनों ही नदी में डूब गए। पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण विवेचना में लिया है।
दोनों चचेरे भाई और इकलौते पुत्र थे इधर परिजन नरेंद्र दीक्षित ने बताया कि अमन दीक्षित एक बैंक में कर्मचारी था वहीं आयुष कक्षा 12वीं का छात्र है। दोनों आपस में चचेरे भाई एवं अपने-अपने परिवारों के इकलौते पुत्र थे। वे रामनवमी होने से बेतवा घाट गए थे। वहां मंदिर में आरती में भी शामिल हुए। दोपहर दो बजे से इन दोनों के मोबाइल फोन नहीं लग रहे थे। इससे चिंता हुई और उनकी तलाश शुरू की गई थी। बाद में बेतवा घाट पर उनकी मोटरसायकल व एक मोबाइल मिलने की जानकारी मिली। इधर सिविल लाइन पुलिस के मुताबिक सेल्फी लेने के दौरान एक भाई जब नदी में गिरा तो दूसरे भाई ने उसे बचाने का प्रयास किया जिससे दोनों ही नदी में डूब गए। पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण विवेचना में लिया है।