20 वर्ष बाद फिर महिला अध्यक्ष विदिशा जिला पंचायत अध्यक्ष का पद इस बार अनारक्षित महिला के लिए घोषित हुआ है। वर्ष 2001 में भी यह पद अनारक्षित महिला के हिस्से में आया था जब राजश्री सिंह चुनाव लड़ीं और अध्यक्ष बनीं थीं। विदिशा जिला पंचायत में डॉ मेहताब सिंह, फिर राजश्री सिंह, रघुवीरसिंह रघुवंशी और फिर तोरणसिंह दांगी अध्यक्ष रहे हैं।
नगरपालिका में 28 वर्ष बाद फिर विदिशा ने दोहराया इतिहास विदिशा में 1994 में नगरपालिका परिषद अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से हुआ था और उस समय भी विदिशा नपाध्यक्ष का पद अनारक्षित महिला के लिए आरक्षित हुआ था। सरोज जैन को उस समय अध्यक्ष चुना गया था और उपाध्यक्ष के रूप में बसंत जैन ताकतवर बनकर उभरे थे। इस चुनाव के बाद अगला चुनाव प्रत्यक्ष पद्यति से हुआ था, जिसमें अध्यक्ष पद पर अशोक ताम्रकार ओबीसी वर्ग से विजयी हुए थे। इसके बाद अनारक्षित वर्ग से हरिबाबू अग्रवाल, फिर अनारक्षित महिला वर्ग से ज्योति शाह और इसके बाद हुए चुनाव में अध्यक्ष पद पर ओबीसी वर्ग के मुकेश टंडन चुनाव जीते थे। लेकिन 28 साल बाद विदिशा ने इतिहास दोहराते हुए अप्रत्यक्ष पद्यति और अनारक्षित महिला वर्ग के लिए अध्यक्ष पद को चुनने का रास्ता अपनाया है।
सिरोंज नपाध्यक्ष पद ओबीसी को नगरीय निकायों के लिए घोषित आरक्षण में सिरोंज नगरपालिका अध्यक्ष पद ओबीसी वर्ग के लिए तय हुआ है।