मालूम हो कि बुधवार की शाम अज्ञात ट्रक चालक ने मोटर साइकिल सवार ग्राम कछवा निवासी करतार सिंह लोधी को टक्कर मार दी थी। जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। इसी के विरोध में गुरुवार को ग्राम कछुआ, हंसुआ, बरखेड़ा, परसौरा, भौरिया, देव राजपुर, गुलारिया सहित आसपास के करीब डेढ़ दर्जन गांवों के ग्रामीण चौराहे पर एकत्रित हुए और प्रदर्शन शुरू करते हुए जाम कर दिया। देखते-ही-देखते चौराहे पर चारों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई।घटना की जानकारी लगते ही तहसीलदार राजू कहार नायब तहसीलदार सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी और सीएसपी भारत भूषण शर्मा, सिविल लाइंस टीआई राकेश श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल घटनास्थल पहुंचा और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यहां आए दिन हादसे होते हैं और वाहनों की तेज गति के कारण कई लोग काल के गाल में समा चुके हैं इसलिए वाहनों की गति धीमी करने के लिए प्रशासन द्वारा प्रयास किए जाएं। इसकेे साथ ही चौराहे पर चारों तरफ स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं जिससे कि चौराहे से वाहनों के निकलते समय सड़क हादसे ना हो । वही करतार सिंह को टक्कर मारने वाले ट्रक को जब्त करने और वाहन चालक को गिरफ्तार करने की मांग भी की गई। इसके साथ ही मृतक के परिजनों को 10 लाख की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की गई। घटनास्थल पर पहुंचे तहसीलदारों पुलिस के अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को काफी समझाया लेकिन बात नहीं बनी। करीब 1 घंटे तक चक्काजाम रहा । जिसके चलते वाहनों की कतार चारों तरफ लग गई थी
प्रदर्शनकारी तत्काल ही स्पीड ब्रेकर बनाए जाने की मांग कर रहे थे। पुलिस, प्रशासन ने काफी समझाया लेकिन नहीं माने तब प्रशासन ने विकल्प के तौर पर स्टॉपर बुलवा कर चारों तरफ लगाने का आश्वासन दिया।इसके बावजूद कुछ प्रदर्शनकारी नहीं माने और चक्काजाम जारी रखाा तो पुलिस ने बलपूर्वक प्रदर्शनकारियों को हटाया इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झूमाझटकी भी हो गई आखिरकार करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद जाम हट सका। वहीं स्टॉपर आने के बाद ही प्रदर्शनकारी हटे और जाम पूरी तरह हटा। इस दौरान रवि कपूर, मोहर सिंह रघुवंशी, तीरथ दरबार सहित मृतक के भतीजे अमन और अनुज लोधी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।