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देश में पहली बार: गायों के संरक्षण के लिए सरकार तैनात करेगी वालेंटियर

मध्यप्रदेश में पंचायत स्तर के वालेंटियर के लिए सिर्फ विदिशा जिले चुना गया, यहां होगा इसका प्रयोग।

विदिशाFeb 17, 2018 / 04:08 pm

आसिफ सिद्दीकी

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विदिशा। देश में गायों के संरक्षण और संवर्धन के लिए सरकार पहली बार जिला स्तर पर वालेंटियर नियुक्त करने जा रही है। इसके लिए पशु कल्याण बोर्ड से देशभर के सभी चीफ सेकेट्री को पत्र जारी किए जा रहे हैं। वहीं पंचायात स्तर पर वालेंटियर की नियुक्ति के लिए देशभर में सिर्फ विदिशा जिले को पायलट प्रोजेक्ट के तहत चुना गया है। यहां की सफलता के बाद देशभर की पंचायतों में भी वालेंटियर की नियुक्ति की जाएगी।

रोकी जाएगी गायों की तस्करी
पशु कल्याण बोर्ड के सदस्य राम रघुवंशी ने बताया कि हाल ही में फरीदाबाद में पशु कल्याण बोर्ड की एक्जूकेटिव बोर्ड की बैठक हुई। जिसमें बोर्ड अध्ययक्ष पीसी गुप्ता, उपाध्यक्ष सहित सभी तीन सदस्य मौजूद रहे और देशभर से बोर्ड के सदस्य आए हुए थे। इस दौरान निर्णय लिया गया कि गायों की तस्करी रोकने और उनकी रक्षा करने के लिए जिला स्तर पर वालेंटियर की नियुक्ति की जाना है। जिसके लिए देशभर के सभी चीफ सेकेट्री को पत्र जारी करने की प्रक्रिया चल रही है। वहीं खास बात यह है कि जिले के साथ ही ग्राम पंचायत स्तर पर भी वालेंटियर की नियुक्ति के लिए देशभर में मप्र के सिर्फ विदिशा जिले को पायलट प्रोजेक्ट के तहत चुना गया है। यहां सभी पंचायतों में वालेंटियर की नियुक्ति का कार्य शुरु हो गया है। वालेंटियर के साथ 10 सदस्यीय टीम भी काम करेगी।

यह रहेंगे कार्य
जिले स्तर के वालेंटियर जिलेभर में गायों के संरक्षण और संवर्धन के लिए लोगों को जागरूक करेंगे। वहीं ग्राम पंचायत स्तर के वालेंटियर और उसकी १० सदस्यीय टीम ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले सभी गांव की गायों की निगरानी करेंगे। उनकी तस्करी होने से रोकेंगे। बीमार होने पर उनके उपचार के इंतजाम करवाएंगे। चरनोई भूमि को कब्जा मुक्त कराएंगे। गायों पर अत्याचार होने पर पुलिस को सूचना देंगे। बूढ़ी और दूध नहीं देने वाली गायों को घर से बाहर करने वालों को उन्हें रखने के लिए जागरूक करेंगे और गायों का महत्व बताएंगे। चरनोई भूमि को कब्जा मुक्त करवाएंगे।

ऐसे होगी नियुक्ति
जिला स्तर पर वालेंटियर की नियुक्ति के लिए जिला प्रशासन के माध्यम से या सीधे बोर्ड के फरीदाबाद स्थित कार्यालय में आवेदन करना होगा। वहीं विदिशा जिले में जिला या ग्राम पंचायत स्तर पर वालेंटियर की नियुक्ति के लिए बोर्ड के सदस्य रघुवंशी के जिला मुख्यालय में रामद्वारा स्थित कार्यालय में आवेदन किया जा सकता है। वालेंटियर के लिए कक्षा १२ पास योग्यता जरूरी की गई है। लेकिन यदि कोई कम पढ़ालिखा समाजसेवी या गौ सेवक वालेंटियर बनना चाहे, तो वह भी आवेदन कर सकता है। वालेंटियर का संबंधित थाना में वेरीफिकेशन होगा। वहीं ग्राम पंचायत स्तर पर वालेंटियर के लिए उसका ग्राम पंचायत से अनुमोदन होगा, पुलिस पुलिस वेरीफिकेशन होगा। इसके बाद उसे भारत सरकार से एक आईडी कार्ड दिया जाएगा।

इसलिए चुना विदिशा
मालूम हो कि रघुवंशी द्वारा 25 जनवरी से 17 दिन की जिलेभर में बोर्ड के निर्देश पर गौ रक्षा संकल्प यात्रा निकाली गई थी। इस दौरान गांव-गांव जाकर लोगों को गायों के संरक्षण और संवर्ध के लिए जागरुक कर 1 लाख से अधिक लोगों से संकल्प पत्र भरवाकर हस्ताक्षर करवाए थे। वहीं गायों पर हो रहे अत्याचारों और परेशानियों का आंकड़ा एकत्रित किया था। यात्रा की पूरी जानकारी बोर्ड की बैठक में रखी गई। जिसके चलते बोर्ड ने ग्राम पंचायत स्तर पर वालेंटियर के लिए देश में विदिशा जिले को चुना।

इस कारण पड़ी जरूरत
— बोर्ड सदस्य रघुवंशी के अनुसार देश में आज बची हैं सिर्फ 9 करोड़ गाय
— देश में आजादी के समय थीं लगभग 90 करोड़ गाय
— प्रदेश में हैं वर्तमान में करीब 1 करोड़ गाय
— जिले की ही 25 हजार बीघा चरनोई भूमि है दबंगों के कब्जे हैं
— देशभर में हैं यही हालात

रिपोर्ट— अनिल सोनी

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