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सड़कों की खराब हालत से थमने लगे यात्री बसों के पहिए

locationविदिशाPublished: Aug 14, 2022 04:08:13 am

Submitted by:

Bhupendra malviya

दो रूट के करीब 50 गांवों की बस सेवा ठप्प

सड़कों की खराब हालत से थमने लगे यात्री बसों के पहिए

सड़कों की खराब हालत से थमने लगे यात्री बसों के पहिए

विदिशा। जिले में सड़कों की खराब हालत यात्री परिवहन में आफत बनने लगी है। कुछ मार्गों पर बसें चलाना मु श्किल हो रहा है। अभी एक मार्ग पर बस सेवा पूरी तरह बंद कर दी गई जबकि एक अन्य मार्ग पर बसों की संख्या कम की गई है। इससे यात्री परिवहन में करीब 50 गांव प्रभा वित हुए हैं। बस सेवा से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि यदि बारिश का दौर जारी रहा और सड़कों की हालत इसी तरह बिगड़ी तो अन्य मार्गों पर भी बसों का संचालन मुश्किल भरा हो जाएगा। सड़कों के गड्ढों के कारण बसों में टूटफूट बढ़ने से मेंटेनेंस का खर्च भी बढ़ जाना कर्मचारी मान रहे हैं।

मालूम हो कि स्थानीय बस स्टैंड से हर दिन करीब 4 हजार यात्री यात्रा करते हैं। त्यौहार के कारण कुछ दिनों से यात्रियों की संख्या भी बढ़ गई है। कुंछ मार्गों पर परिवहन के अन्य साधन नहीं होने से ग्रामीण क्षेत्र के यात्री बसों पर ही आश्रित रहते आए हैं। यह मार्ग जिला मुख्यालय से वि भिन्न तहसीलों से जुड़े हैं। इनमें कुछ मार्गों की हालत पहले से ही खराब थी। बारिश पूर्व इन सड़कों की मरम्मत की तरफ प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया गया था लेकिन बारिश पूर्व सड़कों के गड्ढे भरे जाने की तरफ ध्यान नहीं दिया गया जिससे सड़कों की हालत अब बारिश में और भी अ धिक खराब हो चुकी है। सड़कों पर गड्ढों का आकार बढ़ चुका है और कई स्थानों पर बसें हिचकोले खाते चल रही है। जिन सड़कों की हालत बहुत अ धिक खराब और सफर चुनौती पूर्ण हो गया वहां अब बसों का संचालन बंद करने की िस्थति बन गई हैं। इनमें अभी एक मार्ग पर बसें पूरी तरह बंद कर दी गई जबकि दूसरे एक अन्य मार्ग पर बसों की संख्या कम करना पड़ गया है।
गुरोद से सिरोंज मार्ग पर बस संचालन बंद
बस सेवा से जुड़े कर्मचारियों के मुताबिक गुरोद से सिरोंज रोड पर यात्री बसों का संचालन रोकना पड़ा है। तेज बारिश के बीच इस मार्ग पर वाहन चलाना मु श्किल हो रहा है। करीब 30 किमी तक सड़क बहुत खराब हालत में पहुंच चुकी है। इस मार्ग पर दो बसें चलती हैं जिन्हें बंद करना पड़ा है। इससे सोमवारा, खडेर, मानकपुर सहित करीब 20 गांव के यात्री प्रभावित हुए हैं। यह मार्ग पहले से ही खराब था। बारिश पूर्व इसकी मरम्मत हो जाती तो यह नौबत नहीं बनती लेकिन बारिश ने इस सड़क को और अ धिक बदहाल कर दिया। इससे बस चालक भी सफर में कोई रिस्क लेना नहीं चाह रहे। इससे बसें बंद हो गईं और ग्रामीणों का सफर मु श्किल में आ गया है।
यहां चार की जगह अब दो बसें ही चल पा रही
इसी तरह अहमदपुर-गढी मार्ग पहले से ही खराब हालत में था। बारिश पूर्व सड़क मरम्मत का कार्य शुरू किया था लेकिन मरम्मत के नाम पर मिट्टी डालकर गड्ढों को भरा जा रहा था। बारिश में गड्ढों के साथ ही इस मिट्टी ने भी समस्या बढ़ा दी। करीब 8 किमी तक इस सड़क पर गड्ढे है और वाहनों को गड्ढों के साथ ही मिट्टी की फिसलन से भी बचाना पड़ रहा है। इससे बस का संचालन चुनौतीपूर्ण और अ धिक समय लगने के कारण इस मार्ग पर चार बसों की जगह अब दो बसें ही चल पा रही है और इस रुट के करीब 30 गांव यात्रा से प्रभा वित हो रहे हैं। बस सेवा से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि बारिश इसी तरह जारी रही तो यात्री परिवहन की समस्या और अ धिक बढ़ जाएगी।
इन सड़कों की भी हालत ज्यादा ठीक नहीं
नोलास से बंडवा- इस मार्ग पर दर्जनों गांव के यात्रियों के लिए सिर्फ एक बस चलती है, लेकिन यह मार्ग नोलास से बंडवा लखूली तक काफी खराब है। जिस दिन अधिक बारिश होती है तो उस दिन इस मार्ग पर बस का संचालन रोकने की नौबत बन रही है।
विदिशा बासौदा मार्ग- इस सड़क पर ढोलखेड़ी से अंबानगर तक सड़क की साइड नहीं बनी है। यहां सड़क की साइड करीब 1 फीट नीची है। इससे दोपहिया वाहन सड़क से उतरते हैं तो हादसों का डर रहता वहीं कई बार बसों को भी नीचे उतारना पड़ता है। बारिश से पूर्व इन साइडों का कार्य जरूरी है।
इसी तरह ग्राम ठर्र से झिरनिया एवं विदिशा नटेरन मार्ग पर सतपाडा-एचदा रोड, कांकरखेड़ी से इमलानी तक करीब 40 किमी तक सड़क खराब हालत में हैं।
मवेशी भी बढ़ा रहे आफत

वहीं सड़कों की खराब हालत के साथ ही मवेशी भी बसों के संचालन में आफत बन रहे हैं। अंबानगर चौराहा पर 50 तक की संख्या में मवेशी बैठ रहे जहां चालक परिचालकों को बस रोककर मवेशी सड़क से हटाना पड़ रहे उसके बाद बस आगे बढ़ पाती है। इसी तरह बेस नदी पुल के दोनों ओर, करारिया चौराहा, कुआखेड़ी पुल आदि सभी मार्ग केे तिराहे चौराहों पर ऐसा ही हाल बना हुआ है। बस सेवा से जुड़े कर्मचारियों के मुताबिक इन सभी िस्थतियों के बीच कई बार हादसों का डर बना रहता है। और प्रशासन न तो सड़कें दुरुस्त करने की तरफ ध्यान दे रहा न ही मवे शियों की समस्या दूर हो रही। इससे हर कदम पर चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है।
वर्जन

जिले में कई सड़कों की िस्थति ठीक नहीं है। सड़कों पर अ धिक गड्ढाें के कारण कुछ रूटों पर बसों को बंद करने की नौबत बन गई है। गड्ढाें के कारण बसों में टूटफूट बढ़ने से मेंटेनेंस का खर्च भी बढ़ रहा वहीं मवेशी भी सड़कों पर अ धिक संख्या में है और इन सभी मु श्किलों के कारण बसों के संचालन संकट में आ रहा है। इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो आगामी समय में अन्य रूटों पर भी बसों के बंद होने की िस्थति बन सकती है।

-कैलाश नागर, प्रबंधक, निजी बस सेवा

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