अजमेर शरीफ दरगाह, सूफ़ी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की कब्र है।
ये मुस्लिमों का पवित्र स्थल है, लेकिन यहां हर धर्म के लोग आते हैं।
दरगाह की वास्तुकला इस्लामिक और हिंदुस्तानी शैली का मिश्रण है।
यहां आने वाले लोग धागा बांधकर मन्नत मांगते हैं। ऐसा माना जाता है कि यहां सारी मन्नतें पूरी होती है।
दरगाह के परिसर में बुलंद दरवाज़ा है, जिसे सुल्तान महमूद ख़िल्जी ने बनवाया था।