धर्म/ज्योतिष

Lord Shri Krishna : भगवान श्री कृष्ण के बारे में ऐसी 8 बातें जो शायद आप नहीं जानते होंगे


Manoj Kumar

29 November 2024

Lord Shri Krishna : हिंदू धर्म में 108 को एक पवित्र संख्या माना जाता है। भगवान शिव की तरह भगवान कृष्ण के भी 108 नाम हैं, जिन्हें पूजा और जप के दौरान स्मरण किया जाता है।

Lord Shri Krishna की आठ पत्नियाँ थीं, जिनका नाम प्राचीन ग्रंथों में उल्लेखित है। इन पत्नियों के बीच रुक्मिणी, सत्यभामा, जाम्बवती, कालिंदी, मितावली, भद्रकाली, सatyवती और लक्ष्मिणी प्रमुख हैं।

भगवान कृष्ण (Lord Shri Krishna) का निधन गांधारी के शाप के कारण हुआ था। गांधारी ने कृष्ण को शाप दिया था कि जिस प्रकार उनके सभी पुत्रों का वध हुआ, वैसे ही कृष्ण का भी वध होगा, जो अंततः भगवान कृष्ण के मृत्यु का कारण बना।

मान्यता है कि द्रौपदी और भगवान कृष्ण (Lord Shri Krishna) भाई-बहन थे, क्योंकि द्रौपदी का अवतार देवी पार्वती का था और भगवान कृष्ण का अवतार भगवान विष्णु का था। इस प्रकार वे पारस्परिक रूप से जुड़े हुए थे।

भगवान कृष्ण (Shri Krishna) को श्याम या घनश्याम नाम से भी जाना जाता है, जो उनकी काली त्वचा के कारण पड़ा। उनके रूप का यह वर्णन पौराणिक कथाओं में मिलता है, जो उनकी विशेषता को दर्शाता है।

कृष्ण (Shri Krishna) को जैन धर्म में भी एक त्रैतीयक देवता के रूप में पूजा जाता है, जिन्हें वासुदेव के नाम से जाना जाता है। उनका यह रूप जैन धर्म के त्रायाणकों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।

भगवान कृष्ण (Shri Krishna) पांडवों के मामा थे, यानी उनकी माँ के भाई के पुत्र थे। कृष्ण ने पांडवों के साथ कई युद्धों में भाग लिया और उन्हें मार्गदर्शन भी दिया।

एकलव्य, जो कि भगवान कृष्ण (Lord Shri Krishna) के चचेरे भाई थे, अपने पिता देवशरवु के कारण कृष्ण के परिवार से जुड़े थे। यह एकलव्य की कथा में भी कृष्ण का हाथ था, जब उन्होंने एकलव्य को मार दिया था।