रथ निर्माण के लिए औजार बनाने ठुरलू खोटला रस्म अदा करेंगे।
मावली माता की डोली की विदाई पूजा विधान के साथ ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व सम्पन्न होगी।,
05 अक्टूबर को कुटुम्ब जात्रा पूजा विधान में ग्राम्य देवी-देवताओं की विदाई की जाएगी।
पाट जात्रा पूजा विधान में शामिल होने का आग्रह किया गया है।