भोपाल

एमपी में जन्मे बड़े हिंदू संत जिनके आज भी है लाखों भक्त !


Akash Dewani

5 December 2024

संत सिंगाजी - बड़वानी के खजूरी में जन्मे संत को पशु रक्षक देव के रूप में पूजा जाता है। ये 16वीं शताब्दी में समूचे एमपी में लोकप्रिय थे।

स्वरूपानंद सरस्वती - सिवनी में जन्म लेने वाले 3 मठों के शंकराचार्य, जिनका योगदान स्वतंत्रता संग्राम से लेकर राम मंदिर आंदोलन तक था।

संत देव प्रभाकर शास्त्री (दद्दाजी)- देश के एकलौते गृहस्थ संत कटनी के रहने वाले थे।1980 से जबलपुर से पार्थिव शिवलिंग निर्माण कार्य प्रारंभ किया था।

महंत स्वामी महाराज- BAPS स्वामीनारायण संस्था के छठे और वर्तमान आध्यात्मिक गुरु, जिनका जन्म जबलपुर में हुआ था।

सदगुरु श्रीरामसुभगदास (फट्टी बाबा) - अनूपपुर के कोतमा में जन्मे संत राम नाम के प्रचार प्रसार और सामाजिक कार्यों के लिए जाने जाते है।

दादा धूनीवाले- हाथ में धूनी लेकर सबकी समस्याएं सुनने वाले संत खंडवा के रहने वाले थे और इन्हे भगवान का अवतार माना जाता था।

संत केशवदास- 16वीं शताब्दी में ओरछा के बेतवा नदी के घाट पर जन्मे, जो संत होने के साथ-साथ भक्तिकाल में एक कवी भी थे।

भुरानंदा बाबा -बड़वानी में जन्मे भिल्ला जनजाति से आने वाले संत, जिनके त्याग और आध्यात्मिक जीवन की कहानियां आज भी प्रचलित है।