सदियों से चली आ रही परंपरा के अनुसार भक्त देवी-देवताओं को फूल-माला, प्रसाद या फिर चुनरी चढ़ावे के तौर पर चढ़ाते है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि एमपी में एक ऐसा मंदिर भी है जहां फूल-माला नहीं बल्कि जूते-चप्पल चढ़ाए जाते है।
ये अनोखी मान्यताओं वाला मंदिर एमपी की राजधानी भोपाल में मौजूद है। अपनी अनोखी परंपरा के आलावा माता का ये मंदिर अपने चमत्कारों के लिए भी काफी प्रचलित है। तो चलिए जानते है इसके बारे में…
कोलार रोड के आम्र विहार पहाड़ी पर बना माता रानी(Bhopal Jiji Bai Temple) का दरबार संभवत: देश का एकमात्र ऐसा अनूठा ऐसा मंदिर है, जहां माता रानी को श्रृंगार के साथ आधुनिक वैरायटियों की नई चप्पल, घड़ी, चश्मा, टोपी आदि अर्पित किया जाता है।
कोलार रोड के आम्र विहार पहाड़ी पर बना माता रानी का दरबार संभवत: देश का एकमात्र ऐसा अनूठा ऐसा मंदिर है, जहां माता रानी को श्रृंगार के साथ आधुनिक वैरायटियों की नई चप्पल, घड़ी, चश्मा, टोपी आदि अर्पित किया जाता है।
मंदिर से जुड़े लोगों का कहना है कि यहां माता रानी बाल स्वरूप में विराजमान है, इसलिए एक छोटी बालिका की तरह यहां माता रानी के सभी शौक पूरे किए जाते हैं।
नवरात्रि के दौरान सिद्धिदात्री माता के मंदिर में भक्तों का जान सैलाब उमड़ पड़ता है। भक्त 125 सीढ़ियां चढ़कर माता के दर्शन करने आते है। श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां पर मांगी गई मुरादे जल्द पूरी होती है।