ये प्लास्टिक कंटेनर सेहत के लिए बेहद खतरनाक हैं।
बिस्फेनॉल(BPA), एंटीमनी, पॉलीविनाइल क्लोराइड (PVC), पॉलीमेथिल मेथैक्रिलेट, पॉलीस्टाइनिन केमिकल और माइक्रोप्लास्टिक होता है, जो कैंसर कारक है।
नॉन-स्टिक बर्तनों में पॉलीटेट्राफ़्लोरोएथिलीन (PTFE) नाम का रसायन होता है. इसे टेफ़्लॉन के नाम से भी जाना जाता है, ऐसे में इनका यूज खतरे से खाली नहीं.
खुशबू वाली मोमबत्तियां वोलेटाइल कार्बनिक कंपाउंड या वीओसी नामक केमिकल रिलीज करती हैं, जो कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं।
सिल्वर फॉइल में डाई आइसोब्यूटाइल फटालेट और डाई एन आइसोब्यूटाइल नामक केमिकल से कैंसर का खतरा।