मध्य प्रदेश के मौसम विज्ञानी अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि, जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से बर्फबारी तेज होने की संभावना है। इसके चलते प्रदेश में भी सर्दी बढ़ सकती है। ऐसे में सेहत(Winter Care Tips) का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
सर्दियों में शरीर में शीत गुण बढ़ने की वजह से वात दोष बढ़ जाते हैं। इसलिए ठंडे पेय से परहेज व गर्म चीजों का सेवन लाभकारी है। इस समय तिल, बादाम, चिरौंजी, मूंगफली का ज्यादा उपयोग किया जाता है।
गुनगुने पानी से नहाएं- सर्दियों में ठंड और शीतलता को दूर करने के लिए गुनगुने पानी से नहाना और गर्म कपड़े पहनना लाभकारी है। गुनगुने पानी से नहाने से शरीर में गर्माहट बनी रहती है, जो वात दोष को संतुलित करने में मदद करती है।
गर्म सूप का सेवन करें - कॉर्न सूप, टमाटर का सूप और सब्जियों का सूप आयुर्वेदिक नजरिए से वात को शांत करने वाले होते ह्रैं। सर्दियों में गर्म तासीर वाले मोटे अनाज का सेवन करना फायदेमंद(Winter Care Tips) होता है।
अदरक खाना फायदेमंद होता- अदरक वात को कंट्रोल करने के लिए आदिकाल से आयुर्वेद में उपयोग किया जाता है। यह शरीर में रक्त संचार को बेहतर और शरीर को अंदर से गर्म रखता है।
काढ़ा बनाकर पीएं- सर्दियों में वात दोष को शांत करने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा बहुत उपयोगी है। काढ़ा बनाने के लिए थोड़ा-सा काला नमक, सेंधा नमक और समुद्री नमक डालकर अजवायन, हींग और अदरक को गर्म पानी में मिलाकर पेय तैयार करें।
सर्दियों में तिल के तेल से नियमित रूप से मालिश करना वात दोष को कंट्रोल करने के लिए बेहद फायदेमंद है। तिल का तेल गर्म तासीर वाला होता है, जो वात को शांत करता है और शरीर को गर्म रखता है। यह मालिश मांसपेशियों की सूजन को कम करती है।